अब हमें नेपाल भी आंख दिखाने लगा है ?
बिहार: भारत-नेपाल सीमा के पास सीतामढ़ी में गोलीबारी में एक की मौत, दो घायल, बिहार क्षेत्र के सशस्त्र सीमा बल आईजी की पुष्टि। वहाँ के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नेपाल की तरफ से की गई गोलीबारी की वजह से हुआ था।
अब पेड जी न्यूज चैनल का पेड पत्रकार यह स्क्रिप्ट लेकर आएगा कि नेपाल के मुठ्ठीभर गोरखा व बहादुर लोग तो कुत्ते से भी डर जाते है तो भारत से भला क्या युध्द कर पाएंगे ? इनकी जनसंख्या के बराबर तो हमारे दिल्ली की पुलिस भी ज्यादा होगी ।
इसने ऐसा ही चीन की सेना के लिए भी बोला था ।
नेपाल के लिए पेड सुधीर चौधरी ऐसा बोलता है तो कोई समस्या नही है क्योकि नेपाल की अभी इतनी हैशियत नही है लेकिन हमारे सामने जो सबसे बड़ी समस्या है उसको नजरअंदाज करते हुए सुधीर चौधरी जनता को गलत जानकारी दे रहा है ।
यह खुद भी जानता है कि युद्ध हथियारों से लड़ा जाता है सेना में सैनिकों की संख्या बल से नही । आज चीन अपने सारे हथियार खुद ही बनाता है । जबकि भारत आयात करता है । अब मेक इन इंडिया के तहत विदेशियों द्वारा भारत मे ही बनाया जाएगा लेकिन बनाएंगे तो विदेशी ही ।
चीन अमेरिका की चीन विरोधी नीतियों में भारत को मोहरे की तरह काम मे लेने की स्थिति को भांप कर भारत के चारो और अलग अलग जगह पर अपने सैन्य एयर बेस बना लिए है । भारत की सेना अगर हमला करती है तो चीन उसका जवाब में भारत पर चारोंओर से हमला कर देगा और अमेरिका बंदर की तरह दूर बैठ जाएगा ।
इसकी अधिक जानकारी चीन की मोतियों की माला के नाम से गूगल करके प्राप्त कर सकते है ।
समाधान : – पाकिस्तान हो या नेपाल , इनके द्वारा सीमा पर गोलीबारी यह साबित करती है कि भारत की सेना कमजोर है , कमजोर का मतलब सेना आयातित हथियारों पर निर्भर है । भारत की सेना के पास भी वही हथियार है जो पाकिस्तान की सेना के पास है । भारत , पाकिस्तान, नेपाल तीनो देशों की सेना आयातित हथियारों पर निर्भर है और हथियार सप्लाई करने वाले भी वही है ।
पहले पाकिस्तान आए दिन हमारे जवानों की हत्या करता था अब चीन , नेपाल के साथ साथ कल बांग्लादेश व श्रीलंका भी इस लिस्ट में शामिल हो जाएंगे अगर हमने हमारी सेना को मजबूत नही बनाया तो ।
मैं हमारी सेना को मजबूत बनाने यानी सेना को 100% स्वदेशी हथियार उपलब्ध करवाने के लिए सरकार से वोट वापसी पासबुक की मांग व जनता को जानकारी देकर मांग खड़ी कर रहा हूँ ।
वोट वापसी पासबुक ही एकमात्र ऐसा तरीका है जो हमारी सेना को आत्मनिर्भर बना सकता है ।
अतः हर जिम्मेदार नागरिक को सरकार से जुरीकोर्ट व जूरी पंचायत कानून की मांग करनी चाहिए ताकि जनता को वोट वापसी पासबुक मिल सके ।