ऑस्ट्रेलिया और भारत ने एक-दूसरे देशों की डिग्री को अपने देशों में देंगे मान्यता

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा है कि नए मैकेनिज्म का अर्थ यह है कि यदि आप एक भारतीय छात्र/छात्रा हैं और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं या अध्ययन कर चुके हैं तो आपकी कड़ी मेहनत से अर्जित की गई डिग्री को घर वापस लौटने पर मान्यता दी जाएगी।

एंथनी अल्बनीस : ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने बुधवार को शाम के समय यह घोषणा की है कि उनके Australia Country और भारत सरकार ने मिलकर भारत-ऑस्ट्रेलिया शिक्षा योग्यता मान्यता मैकेनिज्म को अंतिम रूप दे दिया है। एंथनी अल्बनीस ने एक कार्यक्रम में आधिकारिक तौर पर ऐलान किया है कि ऑस्ट्रेलिया

का डीकिन विश्वविद्यालय गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय शाखा परिसर स्थापित करेगा।

उन्होंने कहा कि ‘हमारे द्विपक्षीय शिक्षा संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। मुझे आपको यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमने ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा योग्यता मान्यता तंत्र को अंतिम रूप दे दिया है।ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।

प्रधानमंत्री ने उन भारतीय छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति की भी घोषणा की जो Australia में अध्ययन करना चाहते हैं। छात्रवृत्ति व्यापक मैत्री कार्यक्रम का हिस्सा है, जो Australia और भारत के बीच सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देना चाहता है।

भारतीय डिग्री को Australia में दी जायेगी मान्यता :-

पीएम एंथनी अल्बनीस ने कहा कि नए मैकेनिज्म का मतलब यह है कि यदि आप एक भारतीय छात्र/छात्रा हैं और Australia में पढ़ रहे हैं या अध्ययन कर चुके हैं, तो आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत से अर्जित डिग्री को घर वापस लौटने पर मान्यता दी जाएगी। यदि आप Australia में बड़ी संख्या वाले भारतीय प्रवासियों के समूह (5,00000 और इसका बढ़ना जारी है) के सदस्य हैं, तो आप ज्यादा आत्मविश्वास महसूस करेंगे कि Australia में आपकी भारतीय योग्यता को मान्यता दी जाएगी।

प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने यह भी कहा है कि यह किसी भी देश के साथ भारत द्वारा स्वीकृत सबसे व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यवस्था है। इसने भारतीय छात्रों को नवीन और अधिक सुलभ शिक्षा प्रदान करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रदाताओं के लिए व्यावसायिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त किया। यह शिक्षा संस्थानों को एक दूसरे के साथ साझेदारी करने के नए तरीकों पर विचार करने के लिए एक ठोस आधार प्रदान करता है।

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति की घोषणा :-

यह एक शानदार काम है जिसके वास्तव में बहुत ज्यादा लाभ होंगे। प्रधानमंत्री ने उन सभी भारतीय छात्र/छात्राओं के लिए एक नई छात्रवृत्ति की भी घोषणा की गई है जो स्टूडेंट्स ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे एक नई छात्रवृत्ति की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। यह भारतीय छात्रों के लिए चार साल तक ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन करने के लिए है।

इसने भारतीय छात्रों को नवीन और अधिक सुलभ तरीके से शिक्षा प्रदान करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रदाताओं के लिए व्यावसायिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा। छात्रवृत्ति व्यापक मैत्री कार्यक्रम का हिस्सा है जो ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच शैक्षिक, सांस्कृतिक और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देना चाहता है। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी उपस्थित थे।

Read also –

https://newsxpresslive.com/chatgpt-failed-miserably-in-upsc-exam/

मुख्यमंत्री व राज्यपाल संग अल्बनीस ने भी खेली होली :-

उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस बुधवार को शाम 4 बजे के करीब विशेष विमान से चार दिन की यात्रा पर अहमदाबाद पहुंचे। हवाई अड्डे पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मंत्री जगदीश विश्वकर्मा और अहमदाबाद मेयर ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस अहमदाबाद हवाईअड्डे से सीधे साबरमती आश्रम गए, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की।

एंथनी अल्बनीस ने राजभवन में होली उत्सव में भाग लिया और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आचार्य देवव्रत को रंग लगाया।इसी बीच भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच देखने गुरुवार सुबह 8.30 बजे मोटेरा स्टेडियम पहुंचेंगे और दोनों करीब 2 घंटे तक मैच देखेंगे।

इन खबरों को भी पढ़ें।

NEET UG Form 2023 , Registration शुरू

Pegasus Spyware क्या है तथा कैसे करता है फोन हैकिंग?

नेपाल में भारत की बेटियों को नागरिकता देने को लेकर बवाल क्यों हो रहा है? 1

Nepal में भारतीय करेंसी से नहीं मिल रहा सामान, 100 से बड़े नोटों पर नेपाली सरकार ने लगाया प्रतिबंध

Swami Vivekananda’s teaching inspires youth to work for nation-building – Nikhil Yadav 

Swami Vivekananda's teaching inspires youth to work for nation-building - Nikhil Yadav 

माटीकला से जुड़े 3 शिल्पकार को किया गया सम्मानित

माटीकला से जुड़े शिल्पकारों के उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए शुक्रवार 24 मार्च को सम्मानित किया गया। इसमें पहला पुरस्कार जिले के हस्त शिल्पकार सतीश चंद्र को , दिया गया। दूसरा पुरस्कार सिद्धार्थनगर के अवधेश कुमार को जबकि तीसरा पुरस्कार संत कबीर नगर के राजेंद्र कुमार को दिया गया।
Khushboo Guptahttps://untoldtruth.in/
Hii I'm Khushboo Gupta and I'm from UP ,I'm Article writer and write articles on new technology, news, Business, Economy etc. It is amazing for me to share my knowledge through my content to help curious minds.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

BEST DEALS

Most Popular