कानपुर में लेफ्टिनेंट कर्नल के घर निकला अजगर VIDEO : 15 फीट लंबे अजगर ने 5 मिनट में कुत्ते का सिर निगला; लोग देखते ही रह गए कानपुर के कैंटोमेंट इलाके में 15 फीट लंबे एक अजगर कुत्ते को जकड़कर मार डाला। उसके बाद उसको निगलने लगा। ये घटना कैंट एरिया में लेफ्टिनेंट कर्नल के घर के कैंपस में हुई। वहां मौजूद लोग यह देखकर हैरान हो गए और वीडियो बनाने लगे। इस दौरान कुत्ते के सिर को अजगर निगल गया। इसके बाद लोगों ने तुरंत वन विभाग की टीम को जानकारी दी। अजगर का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
छोटी दिवाली की रात की है घटना
डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर का कहना है कि यह घटना छोटी दिवाली की रात की है। उन्हें लगभग 15 फीट लंबे अजगर के सेना के किसी अधिकारी के घर में निकलने की जानकारी मिली थी। इसके बाद टीम को तत्काल मौके पर भेजा गया। हालांकि, कुत्ते को अजगर ने पहले ही जकड़कर मार दिया था।

कैंट के जंगल से आया
अजगर बंगले के बाहर की तरफ सो रहे कुत्ते को उसने घात लगाकर अपना शिकार बनाया। इसी बीच लेफ्टिनेंट कर्नल के सुरक्षा गार्ड की निगाह पड़ी। जब तक स्थानीय लोग कुछ समझ पाते तब तक अजगर ने कुत्ते के मुंह को निगल लिया था। इसके बाद इस घटना के बारे में वन विभाग को सूचित किया गया।
अजगर को वापस वन में छोड़ा गया
सूचना पर मौके पहुंची वन विभाग की टीम ने काफी देर की मशक्कत के बाद अजगर के चंगुल से कुत्ते को छुड़ाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी । वन विभाग की टीम ने अजगर को वापस जंगल में छोड़ दिया।
कन्नौज की मासूम 72 घंटे से ICU में: पिता ने कहा – हत्या के इरादे से बेटी का सिर कुचला, अब इलाज के लिए चंदे का सहारा है
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रविवार को 12 साल की बच्ची डाक बंगला गेस्ट हाउस के पीछे खून से लथपथ मिली थी। घटना के 48 घंटे बाद भी पुलिस आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। पुलिस के हाथ एक CCTV फुटेज लगा है। इसी आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है। बच्ची के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ गलत काम करने की कोशिश की गई। जिसने भी यह किया उसे जिंदा या मुर्दा पकड़ा जाए। बच्ची कानपुर के रीजेंसी अस्पताल के ICU में पिछले दो दिनों से एडमिट है, उसे अभी तक होश नहीं आया है। दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए पिता ने कहा, ” मैं बहुत परेशान हूं। दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है। बेटी के इलाज के लिए रुपए नहीं है। कुछ चंदा मिला है, उसी से इलाज करवा रहा हूं।”

मरा समझकर बच्ची को छोड़ गए थे आरोपी
गुरसहायगंज के बतासा कारीगर की मासूम बेटी से दरिंदगी के मामले की पड़ताल करने दैनिक भास्कर की टीम कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल पहुंची। पिता, मां और परिवार के सभी लोग बच्ची के लिए दुआ कर रहे हैं। हर किसी की आंखों में आंसू और बेबसी है। दो दिन से बच्ची को होश नहीं आया है। परिजन भी बगैर खाए-पीए घर छोड़कर अस्पताल में पड़े हुए हैं।
मां बोली- रेप का प्रयास किया गया
बच्ची की मां ने बताया कि ICU में बच्ची की हालत बेहद गंभीर है। दरिंदों ने उनकी बेटी के साथ रेप का प्रयास किया है। इसके बाद हत्या के इरादे से हमला किया और बच्ची को मरा समझकर भाग निकले। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पिता ने बताया कि उनकी बेटी को बदनीयती से अगवा किया गया। इसके बाद पहचान खुलने के डर से उसके सिर पर ईंट से हमला करके हत्या करने का प्रयास किया गया और आरोपी उसे मरा समझकर घटनास्थल पर छोड़कर भाग निकले।
पिता बोले- मदद नहीं मिली तो इलाज मुश्किल
पिता ने बताया कि वे आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। बेटी की जान बचाने के लिए हैलट से उसे रीजेंसी में भर्ती तो करा दिया है। लेकिन, इलाज के लिए रुपए नहीं हैं। बेटी के इलाज में रोजाना एक लाख रुपए से ज्यादा लग रहा है। पिता ने कहा कि 2 दिन में ढाई लाख रुपए जमा कर चुका हूं। इलाज कराने में पुलिस मदद कर रही, तो उसे यहां भर्ती करा पाए हैं। अगर सरकार और शासन ने उनकी बेटी के इलाज में मदद नहीं की तो उसकी जान बचाना मुश्किल हो जाएगा।