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COVID-19 News
कोरोना वायरस वैक्सीन के अमेरिकी कार्यक्रम के प्रमुख के मुताबिक, वहां के लोगों को 11 दिसंबर से कोविड-19 वैक्सीन मिल सकती है.
डॉक्टर मोनसेफ़ सलोई ने अमेरिकी नेटवर्क सीएनएन से बताया कि वैक्सीन को स्वीकृति मिलने के 24 घंटे के भीतर इसे वैक्सीनेशन सेंटर्स तक पहुंचाने की योजना है.
यह बयान अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच आया है.
जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में एक करोड़ 20 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और 2,55,000 लोगों की इससे मौत हो चुकी है. यहां मौत का आंकड़ा दुनिया के किसी भी देश के मुक़ाबले कहीं अधिक है.
दवा कंपनी फाइज़र और इसकी सहयोगी बायोएनटेक ने शुक्रवार को कोविड-19 के अपने वैक्सीन की अमेरिका में आपातकालीन स्वीकृति के लिए एक आवेदन डाला है.
कंपनी का दावा है कि इसके एक एडवांस ट्रायल में यह वैक्सीन 65 साल से अधिक उम्र के 94% वयस्कों की रक्षा कर सकती है.
फाइज़र को उम्मीद है कि 2020 में वह 5 करोड़ खुराक और 2021 में 1.3 अरब खुराक का उत्पादन कर लेगी. प्रत्येक व्यक्ति को इसके दो खुराक लेने होंगे.
वैक्सीन को अधिकृत करने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की वैक्सीन सलाहकार समिति 10 दिसंबर को बैठक करने वाली है.
डॉक्टर सलोई ने सीएनएन से कहा कि वैक्सीन के स्वीकार किए जाने के बाद दूसरे दिन से ही यानी 11 या 12 दिसंबर से लोगों को दिया जाना शुरू किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन को प्रत्येक राज्य की आबादी के आधार पर वितरित किया जाएगा. राज्य यह तय करेंगे कि वैक्सीन सबसे पहले किसे दिया जाना है, लेकिन साथ ही इस बात की अनुशंसा की गई है कि फ्रंट लाइन वर्कस और बुज़ुर्गों को इसे सबसे पहले दी जानी चाहिए.
डॉक्टर सलोई ने कहा कि अगले वर्ष मई के महीने तक 70% लोगों को यह वैक्सीन मुहैया करा दी जाएगी जिससे हर्ड इम्युनिटी हासिल किया जा सकता है.
अमेरिकी अधिकारियों ने इससे पहले रीजेनेरॉन में विकसित की गई एंटीबॉडी को आपातकालीन स्वीकृति दी थी, जिसे कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी दिया गया था.
इस बीच रविवार को जी20 के नेताओं ने कहा कि वो दुनिया भर में कोरोना वायरस वैक्सीन के उचित वितरण को सुनिश्चित करने के लिए ‘कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.’