Google ने ChatGPT को टक्कर देने के लिए Google के CEO सुंदर पिचाई ने अपना AI प्लेटफोर्म, बार्ड लॉन्च किया है। इसे OpenAI के ChatGPT का मुख्य कॉम्पीटीशन माना जा रहा है। जानिये इसे आप कैसे प्राप्त कर सकते हैं और यह कैसे काम करें।
ChatGPT : Technology की इस दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को भविष्य माना जा रहा है। यही वजह है कि दिग्गज कंपनियां Artificial Intelligence में अपना दबदबा बढ़ाने तथा Technology विकसित करने के लिए होड़ बढ़ रही हैं। ChatGPT ने Artificial Intelligence की जंग को नए मुकाम पर पहुंचा दिया।

यह यूजर के सवालों का Response इंटरनेट से ढूंढकर नहीं, बल्कि खुद काफी हद तक इंसानों की तरह अपने हिसाब से देता है। ChatGPT का मुकाबला करने के लिए बार्ड (Bard) को लेकर आये हैं। गूगल 6 सालों से लगातार एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहा है। आज गूगल के सीईओ ने अपना एआई चैटबॉट बार्ड (Bard) को लेकर आया है। यह Google के अपने भाषा मॉडल – लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लिकेशन (LaMDA) का उपयोग करने वाली है बता दें कि पिछले कुछ समय से Google की कमाई में गिरावट देखने को आई है।
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एक ब्लॉग में गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने बताया कि बार्ड क्या है और यह काम कैसे करता है। ChatGPT को पिछले साल नवम्बर में लॉन्च किया गया था. तब से लेकर अभी तक OpenAI ने ChatGPT की अद्भुत क्षमताओं और हमारे रोज के जीवन पर उसके प्रभाव का जबरदस्त प्रदर्शन किया है। और इसके साथ ही यह तब से सुर्खियों में बना हुआ है।

इसके आने के बाद से ही गूगल ज्यादा सतर्क हो गया है। अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए यह सारी जानकारी दी। कि बार्ड क्या है? यह काम कैसे करेगा? गूगल ने अचानक यह सर्विस क्यों शुरू की? यह ChatGPT से किस तरह अलग है? आईएस के बारे में जानते हैं।
Google का Bard क्या है और यह कैसे काम करेगा?
Bard का शाब्दिक अर्थ होता है- कवि। इसे LaMDA टेक्नॉलजी से बनाया गया है। Bard एक Experimental Conversational Artificial Intelligence Service है जिसे गूगल के LaMDA(Language Model for Dialogue Applications) से ताकत मिलती है।गूगल आने वाले हफ्तों में इसे टेस्ट करने वालों के लिए खोलेगा, जो इसे यूज करके अपना फीडबैक देंगे। पिचाई का कहना है कि इससे यूजर फुटबॉल में बेस्ट स्ट्राइकर की जानकारी लेने से लेकर अपनी स्किल को बढ़ाने जैसे काम कर सकते हैं।

फिलहाल बार्ड सभी क्षमताओं का खुलासा नहीं हुआ। हालांकि, एक स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि यूजर्स, Bard से प्रैक्टिकल सवाल पूछ सकते हैं। कंपनी कल 8 फरवरी को एक AI event आयोजित कर रही है, जहां वह इसके बारे में और भी जानकारियां दे सकती है। ChatGPT और Bard के बीच एक मुख्य अंतर यह भी है कि Bard web से इन्फोर्मेशन निकाल सकता है। सुंदर पिचाई ने बताया कि Bard web से इन्फोर्मेशन निकाल कर High Quality Response उपलब्ध करवाता है।
यह NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के द्वारा की गयी खोजों जैसे कठिन विषयों को एक 9 साल के बच्चे को समझाने के साथ-साथ बेस्ट फुटबॉल प्लेयर्स और स्किल्स अच्छी करने के लिए ट्रेनिंग ड्रिल बनाने जैसे काम भी कर सकता है। Google के अनुसार Bard अपने ऑनलाइन इंफॉर्मेशन को इस्तेमाल कर फ्रेश, High Quality Response देता है। LaMDA, गूगल का लैंग्वेज मॉडल है जो गूगल के चैटबॉट को हार्ट है।
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हैरानी की बात यह है कि ChatGPT दरअसल, GPT-3 लैंग्वेज पर Based है, जो कि ट्रांसफॉर्मर पर ही आधारित है। ट्रांसफॉर्मर को गूगल रिसर्च ने साल 2017 में बनाया था और ओपन सोर्स भी किया था Google Bard पर फिलहाल टेस्टिंंग चल रही है, इसलिए आप इसे अभी एक्सेस नहीं कर सकते हैं। लेकिन जल्द ही यह लोगों की बीच में उपलब्ध होगा।
कैसे होगी Bard की ट्रेनिंग :-
गूगल फिलहाल Bard को LaMDA के एक लाइटवेट मॉडल वर्जन के साथ रिलीज़ करने वाला है इसमें कंप्यूटिंग पावर की जरूरत कम होगी। इससे यह ज्यादा बेहतर फीडबैक प्राप्त करके ज्यादा यूजर्स को कवर कर पाएगा। गूगल बाहरी फीडबैक को Bard की Internal Training के साथ जोड़कर इसके जवाबों को ज्यादा से ज्यादा सटीक और अच्छी क्वालिटी वाला बना पायेगा।

साथ ही इस एक कदम से Google Bard को ज्यादा सेफ और जमीन से जुड़ा हुआ भी बना पायेगा।जनता से पहले टेस्टर्स को मिलेगा इस्तेमाल का मौका आने वाले कुछ हफ़्तों में जनता को उपलब्ध करवाने से पहले,विश्वसनीय टेस्टर्स को बार्ड का एक्सेस दिया जाएगा. गूगल ने बार्ड को आज पेश किया है जबकि कल माइक्रोसॉफ्ट अपने हेडक्वार्टर्स में एक इवेंट आयोजित करने वाला है।
माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट OpenAI के ChatGPT को अपने खुद के सर्च इंजन, बिंग के साथ पेश करेगा आपको बता दें, कि ChatGPT ने हाल ही में US के लॉ स्कूल का एग्जाम क्लियर किया था और इससे पहले ChatGPT ने MBA एग्जाम क्लियर करके भी हंगामा मचा दिया था।
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ChatGPT, Bard से किस प्रकार अलग है? :-

गूगल बेशक Bard को ChatGPT की टक्कर में लाया है। दोनों टूल्स में काफी समानता है, तो कई अंतर भी हैं। ChatGPT पहले से मौजूद डेटा के आधार पर यूजर के सवालों का जवाब देता है। वहीं, गूगल का चैटबॉट लैंग्वेज मॉडल एंड डायलॉग एप्लिकेशन (LaMDA) से लैस होगा।
यानी यह यूजर्स को ज्यादा सटीक जवाब दे सकता है। गूगल का कहना है कि Bard को बड़े लैंग्वेज मॉडल की पावर, इंटेलिजेंस और क्रिएटविटी से लैस किया जाएगा। यह यूजर्स से मिले फीडबैक और इंटरनेट पर उपलब्ध चीजों से अपनी जानकारियां भी बढ़ाता जायेगा। जैसे कि मनुष्य हमेशा नई चीजें सीखते रहता है।
पिचाई का कहना है कि बार्ड वेब से लेटेस्ट और हाई क्वॉलिटी के जवाब ढूंढकर यूजर्स को जानकारी देगा। इसका मतलब है कि यह यूजर्स को लेटेस्ट इवेंट के बारे में भी जानकारी दे सकता है। वहीं, ChatGPT आमतौर पर 2021 तक के डेटा की जानकारी ठीक से देता है। इसे लेटेस्ट जानकारियां देने में मुश्किल होती है। इसकी वजह है कि ChatGPT साल 2021 तक के डेटा पर ट्रेन किया गया है। Bard के आने से गूगल सर्च इंजन बंद हो जाएगा? इस सवाल का सीधा और सरल जवाब है, नहीं।
गूगल सर्च इंजन और बार्ड का काम बिल्कुल अलग है। गूगल यूजर्स के सवालों का जवाब देने के लिए दूसरी वेबसाइट्स का लिंक उपलब्ध कराता है। वहीं, बार्ड लगातार सीखकर खुद ही लोगों के सवालों का जवाब देगा। यह हो सकता है कि ChatGPT पर बढ़त लेने के लिए गूगल अपने सर्च इंजन और बार्ड को एकदूसरे जोड़ दे।
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