गुजरात चुनाव फर्स्ट फेज में 59.24% मतदान का अनुमान: पिछली बार से 10 फीसदी कम वोटिंग, सौराष्ट्र 42% पर सिमटा गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग शाम 5 बजे पूरी हो गई। इस तरह 19 जिलों की 89 सीटों के लिए मैदान में उतरे 788 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। पहले चरण में करीब 59 फीसदी से ज्यादा लोगों ने मतदान किया। हालांकि, अंतिम आंकड़े आने अभी बाकी हैं। क्योंकि, मतदान कैंपस के अंदर मौजूद मतदाताओं की वोटिंग जारी है।
सौराष्ट्र में दक्षिण गुजरात के मुकाबले 14 फीसदी कम वोटिंग सौराष्ट्र- -कच्छ में सिर्फ 42 फीसदी मतदान हुआ। वहीं, दक्षिण गुजरात में 56 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। इस तरह सौराष्ट्र में दक्षिण गुजरात के मुकाबले 14 फीसदी कम वोटिंग हुई है। यहां के 12 जिलों में सिर्फ मोरबी में ही 53.75% वोट पड़े हैं। बाकी के अन्य जिलों में अब तक 50% से भी कम वोटिंग हुई है। इस तरह पाटीदार क्षेत्र में कम मतदान ने कैंडिडेट्स को असमंजस में डाल दिया है।
पिछली बार ज्यादा वोटिंग वाली सीटों पर हुआ था कांग्रेस को फायदा
वहीं, अब पिछले चुनाव (2017) की बात करें तो इन सीटों पर कुल 67.23% वोट पड़े थे। इस दौरान जिन सीटों पर 70 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई थी, उनमें से ज्यादातर सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी। हालांकि वोट प्रतिशत में भाजपा ज्यादा पीछे नहीं थी ।
70 फीसदी से ज्यादा मतदान वाली 27 सीटों में 14 कांग्रेस और 11 बीजेपी ने जीती थी
2017 के चुनाव में कपराडा, नीजर, मांडवी (एसटी), व्यारा, वांसदा, नंदोद, सोमनाथ, वंकानेर, टंकारा, जसदण, डांग्स, मोरबी, जंबुसर, तलाला में कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत मिली थी। वहीं, भाजपा ने जेतपुर (राजकोट), अंकलेश्वर, मांडवी, नवसारी, जलालपोर, धरमपुर, मंगरोल (एसटी), महुवा (एसटी), वागरा, गनदेवी, बरदोली सीटों पर अपना परचम लहराया था। वहीं अन्य दो सीटें डेडी आपाडा और झगडिया भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के खाते में गई थीं।
इस बार 788 उम्मीदवार मैदान में राज्य के 19 जिलों में आने वाली इन सीटों पर 788 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पहले फेज में दो करोड़ से ज्यादा वोटर्स को अपने मत का इस्तेमाल करना था। पहले फेज की कुल 89 सीटों में से भाजपा के पास सबसे ज्यादा 58, कांग्रेस के पास 26 और BTP के पास 2, NCP के पास एक सीट है।
• भरूच जिले की झघडिया विधानसभा में आने वाले केसर गांव के ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं के अभाव में चुनाव का बहिष्कार किया। नेताओं-अधिकारियों की समझाइश के बावजूद एक भी वोट नहीं पड़ा।
• नवसारी जिले के वासंदा में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। इसमें वासंदा के BJP कैंडिडेट पीयूष पटेल जख्मी हो गए।
• जामनगर नॉर्थ सीट से भाजपा कैंडिडेट रीवाबा जडेजा और क्रिकेटर रवींद्र जडेजा ने राजकोट में मतदान किया।
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अमित शाह ने गुरुवार को मतदाताओं से बड़ी तादाद में वोटिंग की अपील की थी।
• गुजरात के मिनी अफ्रीका कहने जाने वाले जम्बूर गांव में पहली बार लोग वोट डाले गए। यहां उनके लिए स्पेशल ट्राइबल बूथ बनाया गया था।
देखिए फर्स्ट फेज की वोटिंग की फोटोज…

पहले फेज की सात सीटों पर AAP का
असर पहले फेज की कुल 89 सीटों में से छह से सात सीटें ऐसी हैं, जहां केजरीवाल की आम आदमी पार्टी यानी AAP का असर है। इनमें से छह सीटें सूरत जिले की हैं। वहीं, एक सीट द्वारका जिले में है। द्वारका की खंभालिया सीट से AAP के CM कैंडिडेट ईशुदान गढ़वी मैदान में हैं।

पुल हादसे से चर्चा में आई मोरबी में वोटिंग
पुल हादसे के चलते चर्चा में आए मोरबी जिले की तीन सीटों मोरबी, टंकारा और वांकानेर पर आज वोटिंग हुई। इन सीटों पर चुनावी हार-जीत का आंकड़ा देखें, तो 1962 से लेकर अब तक छह बार भाजपा और पांच बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। दो बार निर्दलीय कैंडिडेट जीते हैं। पिछले चुनाव यानी 2017 की बात करें तो पाटीदार प्रभावित मोरबी सीट पर कांग्रेस के टिकट पर जीतने वाले ब्रजेश मेरजा ने पार्टी बदल ली थी। इसके बाद उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। हालांकि, इस बार भाजपा ने ब्रजेश मेरजा को टिकिट नहीं दिया है और ब्रिज हादसे में लोगों की जान बचाने वाले कांतिलाल अमृतिया को चुनाव मैदान में उतारा है।