गोली मारकर जोधपुर में बुधवार 1 फरवरी को दिनदहाड़े कर दी हत्या

गैंगवार की वजह 18 साल पुराना करोड़ों का सट्टा कारोबार:

जिस गार्ड ने फायर किया, उसे बिना वेरिफिकेशन नौकरी दी थी जोधपुर में बुधवार को हिस्ट्रीशीटर राकेश मांजू की दिनदहाड़े गोली मार दी गई। अभी वह गंभीर हालत में शहर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में एडमिट है। गोली मारने के बाद बजरंग सिंह पालरी राठौड़ नाम के एक बदमाश ने फेसबुक पर इस वारदात की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा- हमने बदला ले लिया है।

मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि बिल्डिंग के जिस गार्ड पर गोली मारने का आरोप है, उसे 6 महीने पहले ही जॉब पर रखा गया था, वो भी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के। इस जानलेवा हमले की वजह है सट्टे का कारोबार। इस दुश्मनी की जड़ें 18 साल पुरानी हैं।

इसे भी पढ़े :-बजट से पहले पेश किया गया Economic Survey Report 2022-23

देखे वीडियो :- https://youtu.be/haPTuzHsXcQ

2005 में राकेश का भाई दिनेश मांजू और उसका दोस्त दिनेश बंबानी सट्टे का कारोबार चलाते थे। दोनों ने जोधपुर में करोड़ों का सट्टा कारोबार खड़ा कर दिया था। 31 दिसंबर 2010 को दिनेश मांजू अपने साथियों के साथ नए साल का जश्न मनाने बाड़मेर गया था। इसी बीच आधी रात को होटल से रवाना होने के बाद श्रवण बाबल और स्वरूप सिंह सोढ़ा नाम के हिस्ट्रीशीटर ने दिनेश मांजू की हत्या कर दी। दिनेश बंबानी उसका बिजनेस पार्टनर था। ऐसे में एक बार मांजू के परिवार का शक बंबानी पर भी गया।

दिनेश की मौत के बाद उसके छोटे भाई राकेश मांजू और चाचा कैलाश मांजू ने दिनेश बंबानी से सट्टे के कारोबार का हिसाब मांगा। यहीं से इनके बीच दुश्मनी शुरू हो गई। बंबानी ने मांजू के भाई और चाचा को साफ मना कर दिया था कि वे सट्टे के कारोबार का एक भी रुपया नहीं देने वाला है। रंजिश बढ़ी और इनके बीच तीन बार फायरिंग भी हुई।

2018 में दिनेश बंबानी के घर फायरिंग हुई, मॉल में एक साथ फायर :-

किए मांजू और बंबानी के बीच मामला इतना बढ़ गया कि मार्च 2018 में दिनेश बंबानी घर फायरिंग की गई। बंबानी ने इसका आरोप राकेश और कैलाश मांजू पर लगाया और चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में इनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

हुए लिखा- हमने बदला ले लिया है। मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि बिल्डिंग के जिस गार्ड पर गोली मारने का आरोप है, उसे 6 महीने पहले ही जॉब पर रखा गया था, वो भी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के। इस जानलेवा हमले की वजह है सट्टे का कारोबार। इस दुश्मनी की जड़ें 18 साल पुरानी हैं।

2005 में राकेश का भाई दिनेश मांजू और उसका दोस्त दिनेश बंबानी सट्टे का कारोबार चलाते थे। दोनों ने जोधपुर में करोड़ों का सट्टा कारोबार खड़ा कर दिया था। 31 दिसंबर 2010 को दिनेश मांजू अपने साथियों के साथ नए साल का जश्न मनाने बाड़मेर गया था। इसी बीच आधी रात को होटल से रवाना होने के बाद श्रवण बाबल और स्वरूप सिंह सोढ़ा नाम के हिस्ट्रीशीटर ने दिनेश मांजू की हत्या कर दी। दिनेश बंबानी उसका बिजनेस पार्टनर था। ऐसे में एक बार मांजू के परिवार का शक बंबानी पर भी गया।

दिनेश की मौत के बाद उसके छोटे भाई राकेश मांजू और चाचा कैलाश मांजू ने दिनेश बंबानी से सट्टे के कारोबार का हिसाब मांगा। यहीं से इनके बीच दुश्मनी शुरू हो गई। बंबानी ने मांजू के भाई और चाचा को साफ मना कर दिया था कि वे सट्टे के कारोबार का एक

भी रुपया नहीं देने वाला है। रंजिश बढ़ी और इनके बीच तीन बार फायरिंग भी हुई।

राजू फौजी को दी थी 80 लाख की सुपारी दिनेश:-

बंबानी पर जब फायरिंग हुई तब उसके साथ उसका दोस्त विक्रम सिंह नांदिया भी था। विक्रम ने ही उसे बचाया। इसके बाद भी राकेश मांजू ने दिनेश बंबानी को कई बार करोड़ों रुपए के सट्टे के कारोबार का हिसाब देने के लिए धमकाया। दोनों के बीच लगातार दुश्मनी बढ़ रही थी।

दो साल पहले विक्रम नांदिया ने राजू फौजी नाम के हिस्ट्रीशीटर को कैलाश मांजू को मारने के लिए 80 लाख रुपए की सुपारी दी। राजू फौजी भीलवाड़ा में 2 कॉन्स्टेबल की हत्या का आरोपी था और उस समय मारवाड़ में फरारी काट रहा था। राजू फौजी कैलाश मांजू की हत्या कर पाता, इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।

राजू फौजी से पूछताछ में खुलासा हुआ कि कैलाश मांजू को मारने के लिए विक्रम नांदिया ने सुपारी दे रखी थी। इसके बाद राकेश मांजू ने विक्रम नांदिया को मारने का प्लान बनाया।

11 मार्च को 2021 में विक्रम को मारी गोली :-

11 मार्च 2021 को शिवरात्रि के दिन राकेश मांजू के इशारे पर विक्रम सिंह नांदिया पर गोली चलाई गई। डाली बाई मंदिर के पास हमलावरों ने 8 फायर किए, जिनमें एक गोली विक्रम की कमर पर लगी । इसके बाद से ही दिनेश बंबानी और विक्रम नांदिया राकेश मांजू की हत्या की प्लानिंग कर रहे थे। बुधवार को उनके इशारे पर राकेश मांजू पर जानलेवा हमला हुआ। मांजू के चचेरे भाई सहीराम ने भी दावा किया कि हमले के दौरान एक ही कार में बंबानी और विक्रम थे। उन्हीं के कहने पर शूटर्स ने राकेश को गोली मारी थी।

अल्टो में आए थे बदमाश, पुलिस कर रही है :-

तलाश डीसीपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीमें बना दी है। अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि हमलावर जिस अल्टो गाड़ी में सवार होकर आए थे, उसमें विक्रमसिंह नांदिया और दिनेश बंबानी दोनों थे।

दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर, 100 FIR दर्ज

दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में 100 FIR दर्ज की हैं।

SDM के नेतृत्व में अल्ट्रासाउंड केंद्रों की होगी जांच और 1 अप्रैल से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान होगा शुरू

बस्ती जिले के सभी 119 पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की जायेगी। तहसील के एसडीएम जांच संबंधित टीम का नेतृत्व करेंगे। सीएमओ को डीएम ने आदेश दिया है कि टीम में एक डॉक्टर और एक जिला स्तरीय अधिकारी शामिल किए जाएंगे। उन्होंने सीडीओ, एसडीएम डीडीओ, सीआरओ, पीडी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को टीम में स्थान देने के लिए कहा है।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

BEST DEALS

Most Popular