ठंड में बारिश और गर्मी के रिकॉर्ड टूट रहे: सबसे ठंडा इलाका माउंट आबू 10 साल में सबसे गर्म; जयपुर में 11 साल में सबसे ज्यादा बारिश राजस्थान में मौसम इन दिनों अजीब करवट ले रहा है। कुछ शहरों में नवंबर में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बन रहा है तो कहीं गर्मी के 10 से 50 साल के रिकॉर्ड टूट रहे हैं। मौसम का ऐसा असामान्य रंग देखकर मौसम विज्ञानी से लेकर आम लोग सभी हैरान हैं।
दरअसल, सिरोही में 50 साल और जयपुर में 12 साल की गर्मी के रिकॉर्ड टूटने के बाद अब राजस्थान का सबसे ठंडे माउंट आबू में भी गर्मी ने रिकॉर्ड बनाया है। माउंट आबू में नवंबर का दिन पिछले 10 साल में सबसे गर्म रहा। वहीं, जयपुर में पिछले दो दिन में हुई बारिश 11 साल में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को 6 शहरों में कोहरा छाया रहा। अगले 5 दिन तक राज्य में मौसम साफ रहने से ठंड बढ़ने की संभावना है।
माउंट में ज्यादा तापमान का ये है कारण
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक मानसून विदा होने के बाद हवाओं की दिशा बदलती है और वेस्टर्न डिस्टर्बेस शुरू हो जाते हैं, जिस कारण राजस्थान सहित उत्तर भारत में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनता है। इससे दिन-रात तापमान में कमी होती है, लेकिन इस बार मानसून विदा होने के बाद 5 नवंबर तक उत्तर भारत में न तो कोई एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेस आया और नहीं कोई साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना। इस सिस्टम में हवा का प्रेशर बनता है और आसमान साफ रहता है। आसमान साफ रहने से दिन में धूप रहती है और गर्मी होती है। इसी कारण से नवंबर में तापमान इतना ज्यादा देखने को मिला।
माउंट आबू में तापमान 9 डिग्री सेल्सियस
इधर, माउंट आबू में 11 साल का रिकॉर्ड टूटा है, जब नवंबर महीने में पारा 9 डिग्री सेल्सियस है। जबकि इस समय तक तापमान 4 डिग्री तक पहुंच जाता है। शुक्रवार न्यूनतम तापमान 9.5 और अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 2021 में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस था । वही 15 नवंबर 2019 को न्यूनतम तापमान सबसे कम 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था ।

जयपुर में 15MM बारिश
जयपुर में गुरुवार को 15 और बारां जिले के अंता में 13.5MM बारिश हुई। जयपुर में करीब आधे घंटे तक तूफानी बारिश हुई, जिसके बाद शहर में जगह-जगह पानी भर गया। वहीं गुरुवार की बारिश ने पिछले 11 साल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। साल 2010 में नवंबर के महीने में 47.2MM बरसात का रिकॉर्ड बना था। जिसके बाद गुरुवार को सबसे ज्यादा 15MM बरसात।

शेखावाटी में बढ़ी सर्दी
बारिश के बाद चूरू, सीकर, झुंझुनूं में भी सर्दी के तेवर तेज हो गए। चूरू में रात का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 12.6 पर पहुंच गया। यहां भी सुबह कोहरा छाया रहा, जिसके कारण विजिबिलिटी कम रहने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यही स्थिति सीकर के ग्रामीण इलाकों में भी रही । यहां कोहरा छाने से विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम रही। लोगों को गाड़ियों की लाइट ऑन करनी पड़ी। सीकर के फतेहपुर में बीती रात न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री दर्ज हुआ, जो एक दिन पहले बुधवार को 15 डिग्री सेल्सियस था।
7 शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आया जयपुर, सीकर, श्रीगंगानगर, सवाई माधोपुर, करौली, चित्तौड़गढ़ और अलवर में 10 नवंबर को दिन का तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। जयपुर, सीकर जिले में बारिश के तापमान में जबरदस्त गिरावट हुई। सबसे ज्यादा तापमान पिलानी में 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक 15 नवंबर तक प्रदेश में कोई भी वेस्टर्न डिस्टर्बेस आने के आसार नहीं है। हालांकि इस दौरान उत्तरी हवाओं का फ्लो बढ़ जाएगा, जिससे उत्तरी राजस्थान के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं में दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी और सर्दी का असर बढ़ेगा। हालांकि लोकल स्तर पर नमी का लेवल बढ़ने से जयपुर, सीकर के आसपास हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश होने की संभावन कम है।
फसलों के लिए फायदेमंद रही बारिश
10 नवंबर को हुई बारिश और आज कोहरा व ओस से रबी की फसलों को भी फायदा हुआ। फतेहपुर एग्रीकल्चर कॉलेज के प्रोफेसर शीशराम ढाका ने बताया कि वर्तमान में हो रही बारिश, कोहरे-ओस के कारण फसलों को नमी मिलने से किसानों को खेतों में सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। सरसों, चना के लिए यह बारिश फायदेमंद रही। जिन किसानों ने बुवाई कर दी और जो अब करना चाहेंगे, दोनों स्थिति में ये बारिश मावठ का काम कर रही है।