त्रिपुरा में 9 बजे तक 12.76% वोटिंग: CM माणिक साहा ने मतदान किया, 60 सीटों पर 259 प्रत्याशी मैदान में त्रिपुरा की 60 विधानसभा के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। इसके लिए राज्य में कुल 3,337 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जहां शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी। सुबह 9 बजे तक 12.76% मतदान हो चुका है।
सिंगल फेज में हो रहे चुनाव में राज्य की 28.13 लाख जनता 259 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी। जबकि नतीजे 2 मार्च को घोषित होंगे।
इससे पहले राज्य में BJP की सरकार थी और CM माणिक साहा थे। राज्य में चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को खत्म हो गया था।
त्रिपुरा चुनाव के अपडेट्स….
• वोटिंग शुरू होने के साथ ही 24 रामचंद्र घाट की EVM खराब, मतदान रुका।
• CM डॉ. माणिक साहा ने बोरदावली में महारानी तुलसीबाती स्कूल में वोट डाला।

1100 बूथ संवेदनशील, 28 पर सुरक्षा कड़ी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गित्ते किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि 3,337 पोलिंग बूथ पर वोटिंग हो रही है। इनमें से 1,100 बूथ संवेदनशील हैं, जबकि 28 बूथ अति संवेदनशील हैं। इन इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जैसे ही चुनाव प्रचार समाप्त हुआ था राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई थी।

BJP के 55 उम्मीदवार, महिलाओं की संख्या भी ज्यादा
त्रिपुरा चुनाव में कुल 20 महिलाएं विधायक पद के लिए दावेदारी रख रही हैं। उधर, भारतीय जनता पार्टी त्रिपुरा में 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी IPFT ने 6 सीटों पर दावेदारी रखी है। BJP ने सबसे ज्यादा 12 महिला कैंडिडेट को मैदान में उतारा है। भाजपा के लिए प्रचार करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मनोज तिवारी समेत कई दिग्गज पार्टी नेता पहुंचे। भाजपा ने विजय संकल्प यात्रा भी निकाली। उधर, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी 47 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जबकि कांग्रेस ने कुल 13 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
इस बार नई पार्टी टिपरा मोथा भी मैदान में
राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और CPIM-कांग्रेस गठबंधन के अलावा इस बार एक नई पार्टी भी चुनावी मैदान में है। इस नई पार्टी का नाम टिपरा मोथा है, जिसका नेतृत्व पूर्व शाही वंशज प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा कर रहे हैं। टिपरा मोथा को नेशनल पार्टीज से उलट लोकल होने का फायदा मिल सकता है।
टिपरा मोथा ने ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ को अपना चुनावी एजेंडा बनाया है। पार्टी 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जिनमें 20 आदिवासी बहुल इलाके हैं। गौरतलब है कि ग्रेटर टिपरालैंड के जरिए त्रिपुरा की स्थानीय जनजातियों के लिए अलग राज्य बनाने की मांग की जा रही है।
टिपरा मोथा प्रमुख ने रिटायरमेंट की खबरों को नकारा
प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा के बारे में यह कहा जा रहा था कि वे त्रिपुरा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद राजनीति छोड़ देंगे। वे कभी भी ‘बुबागरा’ (राजा) के रूप में वोट नहीं मांगेंगे। अब खुद प्रद्योत ने इसे अफवाह बताया है। बुधवार को एक इंटरव्यू में प्रद्योत ने कहा कि, “मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया। मैंने कहा था कि मैं मंगलवार को आखिरी वोट मांगने आया हूं, क्योंकि वह प्रचार का आखिरी दिन था । “
60 सीटें, 31 पर बहुमत – जानिए कैसा है त्रिपुरा विधानसभा का गणित
राज्य में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। 35 सीटें मिली थीं। भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पहले बिप्लब देव CM बनाए गए थे, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया गया। इस बार भाजपा को रोकने के लिए CPM और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है। एक और बड़ी पार्टी ममता बनर्जी की TMC भी है, जो भाजपा को टक्कर दे सकती है।