फाइनेंस कंपनी का मालिक फंदे पर लटका: भाई को वॉट्सऐप किया सुसाइड नोट; लिखा- भगवान तुम्हें माफ नहीं करेगा फाइनेंस कंपनी चलाने वाले युवक ने मंगलवार रात अपने घर में सुसाइड कर लिया। मरने से पहले अपने भाई को वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट भेजा। जिसमें दो युवकों पर कस्टमरों को 15 लाख रुपए पेमेंट नहीं देने से मना करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। मामला सीकर के श्रीमाधोपुर का है।
दरअसल, मृतक मनीष (24) पार्टनरशिप में माइक्रो फाइनेंस कंपनी चलाता था। वह छोटे व्यापारियों को लोन देता था और रोजाना ब्याज वसूल करता था। बीते 29 अक्टूबर को उसने शाहपुरा (जयपुर) में कंपनी का पेमेंट कलेक्ट करने वाले कर्मचारी सोनू खटाना को निकाल दिया था। इसके बाद सोनू और उसके भाई शिंभू ने कस्टमरों को पेमेंट देने से मना कर दिया। ऐसे में शाहपुरा के मार्केट में 15 लाख रुपए डूब गए। साथ ही कंपनी को बर्बाद करने और मारने की धमकियां दी जा रही थी। जिसके चलते मनीष परेशान था । श्रीमाधोपुर थाने के ASI जयप्रकाश ने बताया कि शाहपुरा मनोहरपुर के भाबरु की ढाणी हिताला तन ढोल्यापुर निवासी भाबरू की ढाणी निवासी मनीष यादव (24) पुत्र बनवारीलाल यादव ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया। अजीतगढ़ मार्ग पर ढाणी पाट्यावाली (जालपाली) में नाथूराम सैनी के मकान में तीसरी मंजिल पर किराए पर रहता था।
उसी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर पर उसका ऑफिस था। सूचना पर श्रीमाधोपुर पुलिस सुबह करीब 6 बजे मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर श्रीमाधोपुर सीएचसी की मॉर्च्यूरी में रखवाया। वहीं, सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
बेडशीट का फंदा बनाकर लटका
मृतक की फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी कौशल बिजारणियां ने बताया कि मनीष के बड़े भाई दिनेश ने सुबह व्हाट्सऐप पर सुसाइड नोट देखकर सुरेश (जीजा) को कॉल किया था। सुरेश ने मुझे मनीष के घर भेजा। इसके बाद मैं जब घर की तीसरी मंजिल पर बने कमरे में पहुंचा तो रूम अंदर से लॉक था । ।
इस पर सामने किराए पर रहने वाले कॉन्स्टेबल महेश सैनी को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर देखा तो मनीष बेडशीट का फंदा बना पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को उतारा और हॉस्पिटल लेकर गए। इसके बाद परिवार को भी सूचना दी।

श्रीमाधोपुर थाने के कांस्टेबल महेश सैनी ने बताया कि वह अजीतगढ़ मार्ग पर जालपाली में किराए के मकान से रहता है। सुबह फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी कौशल बिरजाणियां मेरे पास आया था। सारा घटनाक्रम बताया था। इसके बाद हम मौके पर पहुंचे थे। मृतक के जीजा सुरेश ने बताया कि मनीष की दस साल पहले शादी हुई थी। उसका ढाई साल का एक बेटा है। बड़ा भाई दिनेश (30) एसके फाइनेंस की ब्रांच शाहपुरा में ब्रांच मैनेजर है। वहीं, माता-पिता खेती का काम करते हैं।
35 लाख था कंपनी का टर्नओवर
जानकारी के अनुसार मनीष ने अपने जीजा सुरेश के साथ सबसे पहले मनोहरपुर में फाइनेंस कंपनी शुरू की थी। इसके बाद वह 2021 में बिजनेस को बढ़ाने के लिए श्रीमाधोपुर चला गया था। मंढा बाकरी, पावटा के रहने वाले रणजीत की पार्टनरशिप में श्रीमाधोपुर जाकर ऑफिस खोला था। जहां, 20 लाख रुपए से बिजनेस स्टार्ट किया। कंपनी का टर्न ओवर 35 लाख रुपए सालाना था। छोटे व्यापारियों को आसानी से लोन मुहैया करवाते था। डेली मिलने वाले ब्याज से मुख्य इनकम होती थी।
आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
मनीष के सुसाइड की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में यादव समाज के लोग और परिजन सूचना के बाद सुबह श्रीमाधोपुर सीएचसी पहुंचे। जहां उन्होंने धरने-प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। वहीं, उन्होंने कहा कि आरोपियों से पैसे भी दिलवाए जाएं।

मृतक के बड़े भाई ने दर्ज कराया मुकदमा
थानाधिकारी (श्रीमाधोपुर) प्रकाश सिंह राठौड़ ने बताया कि सुसाइड मामले में मृतक के बड़े भाई दिनेश ने मुकदमा दर्ज कराया है। शिकायत में बताया गया है कि 8 नवंबर को आरोपियों ने अज्ञात नंबरों से उसके ताऊ रामकरण यादव को भी पूरे परिवार सहित मारने की धमकी दी थी। जिससे परेशान होकर मनीष को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा। वहीं, पुलिस ने पूरे मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
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