बजट 2023-24 : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण 2023-24 में सप्तर्षि योजना का नाम दिया है उन्होंने सप्तर्षि शब्द के जरिए बजट के 7 एजेंडे को समझाने की कोशिश की है। सप्तर्षि प्लान के जरिए मौजूदा सरकार देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए विशेष कार्य करने वाली है।
नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट भाषण 2023 (Union Budget 2023) में सप्तर्षि शब्द का प्रयोग किया है। वैसे तो सप्तर्षि का प्रयोग हिंदू धर्म ग्रंथों में ज्यादा मिलता है, लेकिन यहां वित्त मंत्री ने इस शब्द का प्रयोग बजट के 7 मुख्य बिंदुओं को समझाने के लिए किया गया है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में देश और समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की बात कही।
उन्होंने देश को विकास की रफ्तार में वृद्धि बनाए रखने के लिए सप्तर्षि प्लान का जिक्र किया। आइए जानते हैं वित्तमंत्री का सप्तर्षि प्लान आखिर है क्या।वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि उनका प्लान उन सप्तर्षि की तरह हैं जो अमृतकाल में देश के विकास को एक नई दिशा देंगे। इंफ्रांस्ट्रक्चर, यूथ,वित्तीय सेक्टर, पावर और समावेशी विकास जो सरकार की पहली प्राथमिकता होंगी।

यह सरकार सबका साथ सबका विकास की विचारधारा के साथ चल रही है, जिसके अंदर किसानों, वंचितों, अनूसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ों को वरीयता दी जा रही है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने केंद्रीय बजट 2023-24 फरवरी यानी कल पेश किया है।
बजट सात प्राथमिकताओं के आधार पर बजट 2023-24 को प्रस्तुत किया गया था, जैसे समावेशी विकास, बुनियादी ढाँचा और निवेश, युवा श।क्ति, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, वित्तीय क्षेत्र और अंतिम मील तक पहुँचना। यह समावेशी विकास पर केंद्रित था।
बजट 2023 24 में समावेशी विकास :-

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मौजूदा सरकार सबका साथ सबका विकास के एजेंडे पर काम करती है। इस सरकार का लक्ष्य समाज के हर घर के लोगों का बिना किसी भेदभाव के विकास करना है। इसलिए उन्होंने समावेशी विकास का जिक्र किया गया है। इस समावेशी योजना में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा कृषि को शामिल किया गया है।
कृषि के क्षेत्र में :-
• कृषि एक्सेलरेटर कोष की स्थापना की जाएगी।
• इसमें Horticulture Clean Plan Program शुरू किया जाएगा।
• किसानों के लिए जानकारी पूर्ण समाधान किया जायेगा।
• डेयरी, पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्र को लक्षित करते हुए 20 लाख करोड़ रुपये का ऋण सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।
• श्री अन्ना (SREE ANNA): भारत को मोटे अनाज के लिए एक वैश्विक हब बनाया जाएगा; क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा• भंडारण क्षमता बढ़ाया जाएगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में :-
• 157 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जायेंगे।
• फार्मास्युटिकल अनुसंधान को बढ़ाने के लिए नया कार्यक्रम
• सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
• शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में :-
• शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को नया रूप दिया जाएगा।
• नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी लॉन्च की जाएगी • राज्य सरकारों द्वारा वार्ड स्तर और पंचायत स्तर पर भौतिक पुस्तकालय
बुनियादी ढांचा और निवेश :-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण 2023-24 में बुनियादी ढांचे और निवेश पर विशेष जोर देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में रफ्तार बनाए रखने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार पर काम किया जाना बेहद जरूरी है। साथ उन्होंने निवेश को बढ़ाने के उपायों पर भी जोर देने की बात कही है।
बुनियादी ढांचा और निवेश के बारे में :-
युवा शक्ति :-
बजट 2023-24 के सप्तर्षि प्लान में युवाओं पर भी जोर देने की बात कही गई है। इस बात से इनकार बिल्कुल नहीं किया जा सकता है कि भारत की सबसे बड़ी ताकत युवा शक्ति ही है। युवा शक्ति हमारे देश का भविष्य है। इसी को ध्यान में रखते हुए वित्तमंत्री ने युवाओं पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही है।
युवा शक्ति के बारे में :-
वित्तमंत्री ने युवाओं में क्षमता विस्तार उजागर करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं की क्षमताओं का विस्तार नहीं होता है तब तक अर्थव्यवस्था में तेजी नहीं हो सकती है।
- हरित विकास :-
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने अपने सप्तर्षि प्लान में हरित विकास का भी जिक्र किया है। यहां हरित विकास का मतलब कृषि क्षेत्र और किसानों के हालात में सुधार की बात है। वित्तमंत्री ने कहा कि देश की विकास रफ्तार बनाए रखने के लिए किसानों की हालत में सुधार जरूरी है। इसमें नई नई योजनाएं भी लागू की जाएंगी तथा डिजिटल तरीके से कृषि क्षेत्र में विकास किया जाएगा। इसी वजह से उन्होंने कहा कि सरकार मोटे अनाजों को तवज्जो देगी, ताकि छोटे किसानों की भी हालत में सुधार हो सके।
हरित विकास के बारे में :-
वित्तीय क्षेत्र :-
अजर 2023-24 के सप्तर्षि प्लान का अंतित प्वाइंट वित्तीय क्षेत्र है। यानी सरकार देश की वित्तीय स्थिति को लाभ पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
वित्तीय क्षेत्र के बारे में :-
https://youtu.be/dXkiptfYRp4
आवंटित धनराशि (लाख करोड़ रुपये में) :-

• रक्षा मंत्रालय: 5.94
आवंटित राशि (करोड़ रुपये में) :-

अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना :-
लास्ट माइल तक पहुंचना के बारे में :-
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर वित्तमंत्री ने विकास के इन पैमानों को सप्तर्षि नाम ही क्यों दिया गया है। यह शब्द हिंदू माइथोलॉजी से लिया गया है। हिंदू माइथोलॉजी में 7 ऋषियों के बारे में बात की गई है। उनके नाम इस प्रकार हैं- वशिष्ठ, विश्वामित्र, कण्व, भारद्वाज, अत्रि, वामदेव और शौनक। इन ऋषियों के बारे में कहा जाता है कि इन्होंने भारतवर्ष को काफी कुछ दिया है।
बजट में क्या सस्ते होंगे और क्या महंगे :-
सस्ते –
महंगे –
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