पटना: कोरोना से देश में सबसे बड़ी मार दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ी है। कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लगभग 69 दिन से लगे लॉकडाउन के मध्य मजदूरों ने आर्थिक परेशानी के कारण अपने घरों से पलायन किया, जिसमें सबसे बड़ी जनसंख्या बिहार के लोगों की थी। हालांकि प्रदेश सरकार ने दूसरे प्रदेश से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारंटाइन में रखने का निर्णय किया, जिससे कोरोना की महामारी को कमजोर किया जा सके।
ऐसे में अब इन क्वारंटाइन सेंटर से एक अनोखी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार के परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक और सावधान करने के लिए एक अनोखा प्रयोग कर रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग उन प्रवासी मजदूरों के बीच कंडोम वितरित कर रहा है जो 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहकर अपने घर वापस जा रहे हैं। राज्य में क्वारंटाइन सेंटर में कुल 14 लाख 3 हजार 576 लोग अब तक रह चुके हैं, जिसमें से 8 लाख 76 हजार 808 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मजदूर 14 दिनों तक क्वारंटाइन सेंटर में रहकर घर वापस जा रहे हैं। हम उन्हें जनसंख्या नियंत्रण की सलाह देते हुए कंडोम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे केवल जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम से जोड़कर देखा जाना चाहिए। इसे कोविड 19 से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, “यह सीधे तौर पर परिवार नियोजन का कार्यक्रम है, जिसमें केयर इंडिया विभाग को सहयोग कर रही है।”
केयर इंडिया के परिवार ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि डोर टू डोर स्वास्थ्य परीक्षण के समय पोलियो अभियान के सुपरवाइजरों ने प्रवासियों को परिवार नियोजन के बारे में भी जानकारी दी साथ ही योग्य लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण भी किया जा रहा है।
साथ ही योग्य लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी को क्वारंटाइन सेंटरों में 2 पैकेट कंडोम बांटे जा रहे हैं। कुछ जिलों में गर्भनिरोधकों का भी वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटरों के जारी रहने तक यह कार्य जारी रहेगा।