राजस्थान सरकार-गुर्जरों में समझौता: बैंसला बोले- भारत जोड़ो यात्रा का हम स्वागत करेंगे, पायलट पर हमला, कहा- युवा किसी का झंडा न उठाएं गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच चौथे दिन समझौता हो गया है। सरकार ने गुर्जरों की आरक्षण से जुड़ी सभी मांगें मान ली है। गुर्जर नेता विजय बैंसला ने मंत्रियों के साथ चार दिन की वार्ता के बाद आज समझौते को सफल बताया। समझौते के बाद अब विजय बैंसला ने राहुल गांधी की यात्रा का विरोध वापस लेने की घोषणा की है। बैंसला ने कहा- हमारी मांगे मान ली गई हैं, अब राहुल गांधी की यात्रा का स्वागत है।
विजय बैंसला ने मांगें नहीं मानने पर राहुल गांधी की यात्रा का विरोध करने और यात्रा को राजस्थान में नहीं घुसने देने की घोषणा की थी। राहुल गांधी की पूरी यात्रा गुर्जर बाहुल्य इलाकों से होकर गुजरेगी, इसलिए बैंसला की धमकी के बाद सरकार सक्रिय हुई और वार्ता के लिए बुलाया। चार दिन तक मंत्रियों की कमेटी ने गुर्जर नेताओं से उनकी मांगों पर विस्तार से बातचीत कर समाधान निकाला। अब समझौता होने के बाद सरकार और कांग्रेस ने राहत की सांस ली है।

गुर्जरों की मांगें पूरी करने कमेटी
बनेगी गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच समझौता में सभी मांगों पर सहमति बनी। सरकार ने गुर्जरों की मांगों को मानने के लिए एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। यह कमेटी एक महीने के अंदर मोस्ट बैकवर्ड क्लास ( एमबीसी) के अभ्यर्थियों की पोस्टिंग को लेकर समाधान करेगी।
सरकार की ओर से मंत्री अशोक चांदना और देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा कि 4 दिन में समाधान निकल गया है। सभी मांगों पर सहमति बन गई है। पूरे समाज में खुशी की लहर है। जो अड़चनें आ रही हैं, 1 महीने में कमेटी उनका समाधार कर देगी। विजय बैंसला ने कहा- रीट के 233 अभ्यर्थियों की नियुक्ति का मामला आसान नहीं है। वरना हम कोर्ट में नहीं होते । समय लगेगा।

बैंसला का पायलट पर इशारों में हमला, कहा- दूसरों के झंडे उठाना बंद करें
समझौते के बाद विजय बैंसला ने कहा- मैं पूरे MBC समाज और खासकर MBC समाज के युवाओं को कहना चाहता हूं कि दूसरों के झंडे उठाना बंद करें और अपनी पढ़ाई के झंडे उठाएं वरना अगला आदमी तो अपना झंडा उठाकर आगे चला जाएगा और आपके हाथ में केवल डंडा रह जाएगा। वो डंडा आपको कहीं आगे लेकर नहीं जाएगा। बैंसला ने कहा कि 17 से 27 साल तक के सभी बच्चे-युवाओं को अपना पूरा फोकस अपना करियर और ज़िंदगी बनाने पर लगाना चाहिए। जिसको करियर के तौर पर पॉलिटिक्स अपनाना है, वह पॉलिटिक्स में जा सकते हैं। लेकिन बीच की मझदार में ना फंसे। यह मैं सभी युवाओं को कहना चाहता हूं। पांचना बांध मामले में बैंसला ने कहा- यह पानी वाले किसान और बिना पानी वाले किसान की बात है। इसे गुर्जर – मीणा का इश्यू नहीं बनाया जाना चाहिए। हम सौहार्द के साथ रह रहे हैं। जो नेता का स्टेटमेंट आया है, उसके बाद मेरा कहना यही है कि हम तो 12 गांव बैंसला के साथ हैं, जो पंच पटेल कहेंगे वही होगा ।
सभी मांगों पर सहमति का दावा
चार दिन तक चली समझौता वार्ता में गुर्जर नेताओं की लगभग सभी मांगों पर सहमति बन गई। देवनारायण गुरूकुल योजना को फंक्शनिंग में लाने, योजना की अनियमितताएं दूर करने, स्टूडेंट्स को सुविधाएं उपलब्ध कराने, जिन स्कूलों में देवनारायण योजना के तहत बच्चे नहीं पढ़ रहे हैं, उन स्कूलों को भी योजना के तहत भुगतान होने पर सहमति बनी है। देवनारायण योजना की 2019-2020 से 2022 तक की 13 हजार 548 पेंडिंग स्कॉलरशिप जारी करने पर सहमति बनी। देवनारायण रेसीडेंशियल स्कूलों में महिला वार्डन की कमी, स्कूलों में यूनिफॉर्म, बैग, जूते केवल शुरुआती 3 महीने के लिए बच्चों को देने और बाद में पेरेंट्स के अकाउंट में डालने की समस्याओं पर समाधान निकालने पर सहमति बन गई है।