वर्तमान में कम्प्यूटर प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपयोगिता को सिद्ध कर चुका है। लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम की श्रेणी में आता है।किसी भी कम्प्यूटर सिस्टम के प्रचालन हेतु एक विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है। इस सॉफ्टवेयर को ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं। वास्तव में, ऑपरेटिंग सिस्टम अनेक प्रोग्राम्स का एक समूह होता है, जो कम्प्यूटर की समस्त क्रियाओं का संचालन करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोगकर्त्ता (User) तथा हार्डवेयर के मध्य एक इन्टरफेस की भाँति कार्य करता है।
प्रयोगकर्त्ता द्वारा दिए गए निर्देशों (Instructions) का पालन करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम ही हार्डवेयर को व्यवस्थित करता है।लाइनक्स एक मल्टीयूजर, मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है। अतः इस पर एक साथ अनेक प्रयोगकर्त्ता कार्य कर सकते हैं तथा कम्प्यूटर पर अनेक प्रोग्राम्स का संचालन एक साथ किया जा सकता है। यह टेक्स्ट तथा ग्राफिकस दोनों पर आधारित इन्टरफेस उपलब्ध कराता है अर्थात् यह कमाण्ड लाइन इन्टरफेस तथा ग्राफिकल यूजर इन्टरफेस दोनों को ही सपोर्ट करता है।
ऐसे ही विशिष्ट गुणों के कारण लाइनक्स श्रेष्ठतम ऑपरेटिंग सिस्टम की श्रेणी में आता है।
Read also –
Daily News Headline 07 Feb 2023
लाइनक्स का इतिहास (उद्भव एवं विकास) [History of Linux (Origin and Development) ] :-

लाइनक्स एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम है जो बिना किसी मूल्य (Free) के उपलब्ध है। लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का केन्द्र बिन्दु अथवा कोर है। लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम एवं इसके विभिन्न सॉफ्टवेयर का संग्रह लाइनक्स डिस्ट्रीब्यूशन के नाम से जाना जाता है। लाइनक्स डिस्ट्रीब्यूशन में क्रियाशील लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न अवयवों को इस प्रकार से एकत्र (Assemble) किया जाता है कि वह एक पैकेज के रूप में प्रदर्शित होता है।
लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के विकास की प्रक्रिया 1990 के दशक में प्रारम्भ हुई। लाइनक्स को विकसित करने का श्रेय लाइनस टॉरवाल्ड्स (Linus Torvalds) को दिया जाता है। उन्होंने 5 अक्टूबर सन् 1991 को लाइनक्स का प्रथम संस्करण रिलीज किया। लाइनस टॉरवाल्ड्स ने इस संस्करण को स्वयं हैलसिकी यूनिवर्सिटी, फिनलैण्ड में विकसित किया। इसके बाद इन्टरनेट के माध्यम से तथा अनेक यूनिक्स भाषा के प्रोग्रामर्स की सहायता से लाइनक्स के विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया।
वर्तमान समय में लाइनक्स का ट्रेडमार्क लाइनस टॉरवाल्ड्स के पास हैं, परन्तु लाइनक्स करनैल एवं इससे सम्बन्धित लगभग समस्त सॉफ्टवेयर GNU जनरल पब्लिक लाइसेन्स के अर्न्तगत सभी के लिए उपलब्ध है। इसका आशय यह हैं कि लाइनक्स के सोर्स कोड से लेकर इसके लगभग सभी अवयवों पर सभी का समान रूप में अधिकार है और सभी इसको सरलता से प्राप्त कर सकते हैं।
लाइनक्स को GNU जनरल पब्लिक लाइनक्स के अन्तर्गत डिस्ट्रीब्यूट किए जाने का एक सुखद परिणाम यह हुआ कि विश्व के हजारों कम्प्यूटर विशेषज्ञों ने अपने-अपने स्तर पर इसके विकास एवं सुधार की दिशा में शोध कार्य करना प्रारम्भ कर दिया। परिणामतः लगभग एक दशक में ही; यह विश्व में सर्वाधिक प्रयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम बन गया।
लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्तर्गत जहाँ एक ओर सॉफ्टवेयर एवं फाइल सिस्टम को और अधिक उन्नत बनाया गया है, वहीं कम्प्यूटर की परिचालन गति में भी काफी सुधार किया गया है। इसके अतिरिक्त, इसमें ग्राफिक्स से सम्बन्धित कार्यों को पहले की अपेक्षा और अधिक सुगमता के साथ किया जा सकता है।लाइनक्स के विभिन्न डिस्ट्रीब्यूशन्स आज इतने अधिक प्रचलित एवं उपयोगी सिद्ध हो चुके हैं कि इनका प्रयोग विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं, विश्वविद्यालयों एवं नासा (NASA) जैसे संस्थानों में सफलता के साथ किया जा रहा है।
विभिन्न सर्वेक्षणों के आधार पर भी लाइनक्स को एक ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में मान्यता प्रदान की गई है, जिसमें यूनिक्स की सभी विशेषताओं का समावेश किया गया है। इसके साथ ही इन सर्वेक्षणों के आधार पर यह भी स्पष्ट हुआ है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम विश्व के सर्वाधिक प्रोग्रामर्स एवं कम्प्यूटर प्रयोगकर्त्ताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।

लाइनक्स की लोकप्रियता एवं इसकी विशिष्टताओं को उस समय और बल मिला जब अगस्त सन् 2000 में कम्प्यूटर के क्षेत्र में सुविख्यात संस्थाओं—आई०बी०एम०, काम्पेक, हैविल्ट-पैकार्ड एवं सन् माइक्रोसिस्टम्स ने लाइनक्स डेस्कटॉप के परिमार्जन हेतु विभिन्न सॉफ्टवेयर्स का निर्माण करने लिए GNOME फाउण्डेशन की स्थापना की।इसमें सन्देह नहीं कि कम्प्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के क्षेत्र में लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का उद्भव एक क्रान्तिकारी कदम है।
इस सिस्टम का प्रयोग करने के उपरान्त उन सीमित धारणाओं पर अब विराम लग चुका है, जिनके आधार पर यह माना जाता था कि कमाण्ड लाइन पर कमाण्ड्स को टाइप करके ही किसी ऑपरेटिंग सिस्टम का संचालन किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, इसकी विभिन्न विशेषताओं के अन्तर्गत यह एक प्रमुख विशेषता है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम टेक्स्ट आधारित डेस्कटॉप एवं ग्राफिकल डेस्कटॉप; दोनों को एक साथ उपलब्ध कराता है।
Read also –
LIC में जमा किया हुआ आपका सारा पैसा क्या डूब जायेगा 0?
भारत की पूर्व 47th CJI बोबडे का दावा : संस्कृत क्यों नहीं है आधिकारिक भाषा (Official Language)?
लाइनक्स के मौलिक गुण (Original Merits of Linux) :-
लाइनक्स, विभिन्न दृष्टियों से एक अत्यन्त उपयोगी ऑपरेटिंग सिस्टम है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ मौलिक गुण इस प्रकार के हैं, जो अन्य किसी ऑपरेटिंग सिस्टम में देखने को नहीं मिलते हैं। लाइनक्स के इन मौलिक गुणों का संक्षिप्त उल्लेख निम्नवत् है-

(1) यह ऑपरेटिंग सिस्टम एक अत्यधिक शक्तिशाली एवं एक रियल ऑपरेटिंग सिस्टम है।
(2) इस ऑपरेटिंग सिस्टम को सी०डी० की सहायता से भी सरलतापूर्वक चलाया जा सकता है।
(3) लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्तर्गत स्टैण्डर्ड TCP/IP (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल/ इन्टरनेट प्रोटोकॉल), नेटवर्क फाइल सिस्टम (NPS), नेटवर्क इन्फॉर्मेशन सर्विसेज (NIS) तथा सेशन मैसेज ब्लॉक (SMB) आदि का प्रयोग किया जाता है।
(4) लाइनक्स एक पूर्ण मल्टी-टास्किंग सिस्टम है; जिसमें आप एक ही समय में विभिन्न डिवाइसेज, जैसे – मॉडम, प्रिन्टर इत्यादि को एक्सेस कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सिस्टम पर विभिन्न कार्यों को बैकग्राउण्ड में भी संचालित कर सकते हैं।
(5) लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्तर्गत विशेष रूप से इण्टेल आधारित संस्करण लगभग समस्त हार्डवेयर डिवाइसेज को सपोर्ट करते हैं।
(6) लाइनक्स के लगभग सभी डिस्ट्रीब्यूशन्स में बारह हजार से भी अधिक पेजों का डॉक्युमेण्टेशन उपलब्ध है। यह डॉक्यूमेण्टेशन, मैनुअल पेज, इन्फो डॉक्यूमेण्ट अथवा गाइडों के रूप में तैयार किया गया है।
(7) लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के अन्तर्गत हार्ड डिस्क के भाग को एक वर्चुअल मैमोरी की तरह उपयोग में लाया जाता है। इससे सिस्टम की कार्यक्षमता को बढ़ाने में विशेष सहायता प्राप्त होती है।
(8) लाइनक्स में GNU प्रोजेक्ट के माध्यम से विभिन्न प्रकार के फ्री सॉफ्टवेयर्स प्राप्त करने की सुविधा प्राप्त की जा सकती है।
(9) लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम शेयर्ड लाइब्रेरीज़ को एक्सेस करता है। यही कारण है कि लाइनक्स हेल्प में मैमोरी एवं हार्ड डिस्क के स्पेस की बचत भी होती है।
(10) लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को किसी भी कम्प्यूटर सिस्टम पर सरलता से प्रयुक्त किया जा सकता है
(11) लाइनक्स की एक अन्य प्रमुख विशेषता इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली ग्राफिकल यूजर इन्टरफेस की सुविधा भी है। एक्स विण्डो एक ग्राफिक्स सिस्टम ही है।
Read also –
हिंडेनबर्ग के झटके से अडानी ग्रुप में डूब गया LIC म्यूचुअल फंड्स का आधा पैसा !
Daily News Headline 07 Feb 2023
लाइनक्स की विशेषताएँ (Features of Linux) :-

यद्यपि परम्परागत यूनिक्स के विभिन्न संस्करण एक सामान्य आदमी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उसे वह सुविधाएँ उपलब्ध तो करा रहे थे, परन्तु इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए एक सामान्य आय वाले व्यक्ति को भी काफी धन व्यय करना पड़ता था।
इसके विपरीत, लाइनक्स एक ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में सामने आया जो सर्वसाधारण के लिए भी अनेक दृष्टियों से उपयोगी तो है ही, साथ ही आर्थिक दृष्टि से भी उसकी पहुँच के अन्दर है।इस प्रकार लाइनक्स एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स की तुलना में अनेक दृष्टियों से उपयोगी है।
सामान्यतः लाइनक्स सिस्टम के परिचालन (ऑपरेशन) के समय किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होती। यदि परिचालन के समय कोई समस्या सामने आती भी है तो लाइनक्स के हेल्प विकल्प द्वारा इसका निराकरण सुगमता से हो जाता है। इसके अतिरिक्त, लाइनक्स पर कार्य कर रहे हजारों प्रोग्रामर्स से भी अपनी समस्या के वांछित समाधान हेतु सहायता प्राप्त की जा सकती है।
अन्य सॉफ्टवेयर्स में सहायता की यह सुविधा सामान्यतः सॉफ्टवेयर के अन्तर्गत ही रहती है।लाइनक्स की इन सभी विशिष्टताओं का अवलोकन करने पर यह विदित होता है कि लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम वर्तमान में सर्वाधिक उपयोग किए जाने वाले सॉफ्टवेयर्स में से एक है।
Read also –