भारत के जम्मू कश्मीर में लिशियम का बड़ा भंडार मिलने के बाद देश के लिए के लिए इससे भी बड़ी खुशखबरी है। अब देश के ओडिशा के 3 जिलों की मिट्टी के नीचे सोने की खदान मिली हैं। यह जानकारी सोमवार को खदान मंत्री प्रफुल्ल मलिक ने विधानसभा में दी है। राज्य खान और भूविज्ञान निदेशालय माध्यम से पता चला कि राज्य के 3 जिलों में सोने के अयस्क का भंडारण मिला है।
Odisha Gold Mines : भारत के जम्मू कश्मीर में लिशियम का बड़ा भंडार मिलने के बाद देश के लिए के लिए इससे भी बड़ी खुशखबरी है। देश के ओडिशा राज्य 3 जिलों में सोने का भंडार (Gold Reserves in India) प्राप्त हुआ है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) ने अपने सर्वेक्षण में यह पाया है कि ओडिशा के 3 जिलों में सोने का भंडार (Gold Reserves Found in Odisha) मिला है।
ओडिशा के खनन मंत्री प्रफुल्ल मलिक द्वारा यह जानकारी दी गई है कि यह भंडार ओडिशा के देवगढ़, क्योंझर और मयूरभंज जिले में पाया गया है। विधानसभा में विधायक सुधीर कुमार सामल के प्रश्न पर मंत्री प्रफुल्ल मलिक ने अपने लिखित जवाब में यह कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण और और राज्य के खनन और भूविज्ञान निदेशालय ने अपने सर्वेक्षण में यह पाया है कि ओडिशा के देवगढ़, क्योंझर और मयूरभंज के जिले में सोने का भंडार प्राप्त हुआ है।
भारत के जम्मू कश्मीर में इससे पहले मिला था लिथियम का भंडार :-

सोने से पहले देश में पहली बार लिथियम का भंडार भारत के जम्मू कश्मीर में मिला था। यह भंडार जम्मू कश्मीर के रियासी में मिला था। यह जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) के अनुसार, यह भंडार 59 लाख टन का है। इतनी बड़ी मात्रा में लिथियम मिलने के बाद भारत को अब इसके लिए बाकी देशों पर निर्भर नहीं पहना पड़ेगा। बता दें कि लिथियम सफेद रंग का एक धातु होता है जो सबसे ज्यादा बैटरी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसीलिए इसे वाइट गोल्ड (White Gold) भी कहते हैं।
ओडिशा के किन-किन स्थानों पर मिला सोने का भंडार :-

मंत्री ने कहा कि देवगढ़ जिले के अदास क्षेत्र में तांबे के पत्थर के साथ 1685 किलो सोना भी है। केंदुझर के गोपुर, गाजीपुर और कुशकला इलाके में भी सोने के पत्थर हैं। यह सोने का भंडार देवगढ़ के एक जगह पर, मयूरभंज के चार जगहों पर और क्योंझर के चार स्थानों पर पाया गया है।
इसमें मयूरभंज जिले का सुरियागुडा, रुआंसिला, धुशूरा पहाड़ी और जोशीपुरा के क्षेत्र शामिल है। देवगढ़ के अदास और क्योंझर का दिमिरिमुंडा, कुशकला, गोटीपुर और गोपुर में यह भंडार प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही प्रफुल्ल मलिक ने जवाब देते हुए यह बताया कि इन इलाकों में साल 1970 और 1980 में GSI का सर्वे करवाया गया था, लेकिन उसका परिणाम जारी नहीं किया गया था।
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मगर पिछले 2 सालों से GSI इन 3 जिलों के अंदर लगातार सर्वे कर रही थी। इसके बाद यह पाया गया कि इन जगहों पर जमीन के अंदर सोने का भंडार छुपे हुए है। फिलहाल यह अभी तक Clear नहीं हो पाया है कि ओडिशा के इन 3 जिले में मिला सोने का भंडार कितना बड़ा है और इसमें कितनी मात्रा में गोल्ड उपस्थित है।
मंत्री ने कहा कि इसी तरह मयूरभंज जिले के यशीपुर, सूर्यागुडा, रुआनसी, इदेलकूचा, मारेदिही और सुलेईपाट (धुसुरा पहाड़) और बादाम पहाड़ में सोने के पत्थर होने की जानकारी मिली है। देवगढ़ के अदास क्षेत्र में सोने और तांबे के पत्थरों के साथ तांबा, चांदी और निकेल होने के बारे में भी जानकारी बताई गई है।
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