सबको थी विराट के शतक की फिक्र, परिवार था बेफिक्र : 40 महीने बाद वनडे शतक पर भाई बोले- परिवार में क्रिकेट पर नहीं होती थी बात विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे में 113 रन की पारी खेलकर वनडे करियर का 44वां वनडे शतक जमाया। उनका यह शतक 1214 दिन बाद आया है। इससे पहले उन्होंने 14 अगस्त 2019 को पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक माया था। वहीं एशिया कप में उन्होंने टी-20 फॉर्मेट में अपने करियर का पहला शतक लगाया था। उनका यह शतक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1020 दिन बाद आया था।
अपने करियर का पहला शतक लगाया था। उनका यह शतक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1020 दिन बाद आया था। उन्होंने अपना पिछला शतक किसी भी फॉर्मेट में 2019 में 23 नवंबर को बांग्लादेश के खिलाफ भारत के पहले डे नाइट टेस्ट में लगाया था।

विराट के बांग्लादेश के खिलाफ शतक से परिवार के लोग तो खुश हैं। विराट का यह प्रदर्शन उन फैंस सहित उन क्रिकेटरों के लिए भी राहत देने वाली होगी, जो उनके रन न बनने से परिवार से ज्यादा चिंतित थे। यह शतक उन आलोचकों और उन लोगों के लिए भी जवाब है, जो सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर उनके खिलाफ मुहिम चला रहे थे और उन्हें टीम से हटाने की मांग कर रहे थे। विराट के खराब फॉर्म पर कपिलदेव और गौतम गंभीर ने भी उन्हें ड्रॉप करने की सलाह चयनकर्ताओं को दे डाली थी। पर विराट के लगातार खराब फॉर्म से परिवार के लोग बिल्कुल चिंतित नहीं थे, परिवार को भरोसा था, कि विराट का बल्ला जरूर फिर से रन उगलेगा और आलोचकों को वह अपने खेल से जवाब देंगे।
बातचीत में कहा कि विराट के फॉर्म को लेकर परिवार उनसे कभी बात नहीं करता था। जब भी विराट परिवार के साथ होते थे, परिवार के सदस्यों की कोशिश होती थी, उन्हें घर में बेहतर एटमॉस्फेयर मिले। इसलिए कभी भी क्रिकेट पर बात नहीं होती थी। बस सिर्फ परिवार के लोग उन्हें अपने खेल पर फोकस करने के लिए प्रेरित करते थे।
रही आलोचनाओं को ध्यान न देने की सलाह दे रहा था। उनका कहना है कि आप इसका खुद ही अर्थ निकाल सकते हो। घर में उनके खेल पर कोई बात नहीं होता था। बेहतर माहौल होता था ।

अब चलिए जानते हैं कि विराट के बल्ले से रन न निकलने पर किस तरह उन्हें जूझना पड़ा। कपिलदेव और गौतम गंभीर ने टीम से ड्रॉप करने की कर दी थी मांग
एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 61 गेंदों पर 122 रन की पारी से पहले भारत को 1981 में वनडे का पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले वाले कपिलदेव ने उन्हें टीम से ड्रॉप करने की भी सलाह दे डाली थी। उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर रविचंद्रन अश्विन जैसे गेंदबाज को टेस्ट टीम से बाहर किया जा सकता है, तो कोहली को भी ड्रॉप किया जा सकता है। उन्होंने यहां तक कहा था, कि हम चाहते हैं कि कोहली रन बनाए, वह पुराने फॉर्म में जल्द लौटें। यदि वह परफॉर्म नहीं कर रहे हैं, तो आप शानदार प्रदर्शन करने वाले लड़कों को बाहर नहीं कर सकते हैं। उन्होंने सचिन और गावस्कर से भी बात करने की सलाह दी थी। उन्होंने बाद में ये भी कहा था कि कोहली को इंटरनेशनल क्रिकेट से ब्रेक लेकर रणजी में खेलना चाहिए। वहां शानदार प्रदर्शन करने के बाद ही फिर से उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहिए। वहीं टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी कई बार उनको टीम से ड्रॉप करने की बात कई मंचों से की थी।
उन्होंने बाद में ये भी कहा था कि कोहली को इंटरनेशनल क्रिकेट से ब्रेक लेकर रणजी में खेलना चाहिए। वहां शानदार प्रदर्शन करने के बाद ही फिर से उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहिए। वहीं टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी कई बार उनको टीम से ड्रॉप करने की बात कई मंचों से की थी । उन्होंने विराट पर टीम के लिए नहीं अपने लिए खेलने तक का आरोप लगाया थ ।
सोशल मीडिया पर विराट को हटाने को लेकर चली मुहिम कोहली के खराब प्रदर्शन पर सोशल मीडिया पर उनको टीम से ड्रॉप करने की सलाह देने वाले एक्सपर्ट की कमी नहीं थी। उनकी हर पारी के बाद सोशल मीडिया पर उनको बुरा-भला कहने वालों की पोस्ट की बाढ़ आ जाती थी। हालांकि, विराट और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा या परिवार के लोगों ने कभी कोई बयान नहीं दिया।