सुक्खू हो सकते हैं हिमाचल के नए CM: कांग्रेस हाईकमान से नाम फाइनल होने की चर्चा: 3 निर्दलीय भी समर्थन देंगे हिमाचल को जल्द ही नया मुख्यमंत्री मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान सुखविंदर सुक्खू को मौका दे सकता है। इसको लेकर चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि सुक्खू के नाम पर हाईकमान राजी हो गया है। इसकी बड़ी वजह यह भी है कि सुक्खू के CM बनने पर 3 निर्दलीय भी कांग्रेस को समर्थन देंगे।
सूत्रों के मुताबिक अब प्रतिभा सिंह को सुक्खू के नाम पर राजी करने को लेकर बातचीत हो रही है। उनके गिले-शिकवे पूछे जा रहे हैं। सुक्खू का विरोध करने वाले विधायकों से भी हाईकमान संपर्क में है ताकि अगर यह फैसला सार्वजनिक हुआ तो पार्टी में कोई टूट-फूट न हो। हालांकि अगर प्रतिभा या उनके समर्थक विधायक राजी न हुआ तो हाईकमान दूसरे विकल्प देख सकता है। वहीं ऑब्जर्वर अभी भी शिमला में ही डटे हुए हैं। वह CM फाइनल करवाकर ही लौटेंगे ताकि विरोधियों को कांग्रेस में घुसपैठ का मौका न मिल सके। हिमाचल CM के चयन को लेकर प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से सक्रिय हैं। उन्होंने सभी दावेदारों का बायोडाटा पहले ही मांग रखा था। अब सिर्फ फैसले का इंतजार है।
विधायक दल की बैठक में नहीं हो सका कोई फैसला
वहीं शिमला में देर रात तल चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। इसमें प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, मगर सहमति नहीं बनी। इसके बाद सभी विधायकों ने सिंगल लाइन प्रस्ताव पास किया। इसमें पार्टी हाईकमान को CM चुनने और सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया। इससे पहले इलेक्शन ऑब्जर्वर एवं छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज अपनी रिपोर्ट हाईकमान को सौंपेंगे। इसके बाद पार्टी दिल्ली से CM चेहरे का ऐलान करेंगी। बताया जा रहा है कि हिमाचल का मुख्यमंत्री चेहरा तय करते वक्त क्षेत्रीय व जातीय संतुलन का ध्यान रखा जाएगा। 2024 के लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत कांग्रेस मुख्यमंत्री चुनेगी ।
कांग्रेस में CM पद के दावेदार

विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने वाली कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू CM पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। मगर, इन तीनों के नामों पर सहमति बनने की शुरू से ही उम्मीद नहीं थी। इस तीनों पर विचार विमर्श के बाद प्रदेश का मुख्यमंत्री चेहरा सभी को हैरान करने वाला हो सकता है। हाईकमान प्रदेश की पॉलिटिक्स में सबसे अनुभवी एवं ज्वाली से विधायक चंद्र कुमार, सबसे उम्र दराज सोलन से विधायक धनीराम शांडिल, शिलाई से हर्षवर्धन चौहान में से भी किसी एक को मौका दे सकती है। यह तीनों चेहरे भी प्रदेश की राजनीति में बेदाग छवि के हैं।

कांगड़ा जिला ने कांग्रेस की झोली में 15 में से 11 सीटें डाली हैं। इस लिहाज से कांग्रेस चंद्र कुमार पर भी दांव खेल सकती है। चंद्र कुमार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और चुने हुए सभी विधायकों में राजनीति में सबसे सीनियर नेता है। सोलन से विधायक कर्नल धनीराम शांडिल भी पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इनकी छवि भी बेदाग है। पार्टी इन पर भी दांव खेल सकती है। सिरमौर के शिलाई से हर्षवर्धन चौहान भी 5वीं बार विधानसभा में पहुंचे हैं। वह भी साफ छवि के नेता हैं। मगर, इन्हें कभी मंत्रिपरिषद में मौका नहीं मिल पाया।
सुक्खू और हॉली लॉज दोनों गुट के साथ 15-15 विधायक कांग्रेस के 40 विधायक जीते हैं। इनमें से लगभग 15 विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू को CM बनाने की पैरवी कर रहे हैं। लगभग इतने ही विधायक हॉली लॉज गुट के हैं, मगर जैसे वीरभद्र सिंह के होते हुए हॉली लॉज समर्थक विधायक खुलकर उनका समर्थन करते थे। इस बार सभी खुलकर हॉली लॉज के समर्थन में आने को तैयार नहीं है।