हॉस्टल में बनी थी गैंगस्टर ठेहट के मर्डर की प्लानिंग: बदमाशों की एक-एक मूवमेंट पर थी नजर, पता था राजू के गनमैन छुट्टी गए सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट को गोलियों से भूनने की प्लानिंग एक महीने से रची जा रही थी। बदमाशों ने उसके घर से महज 100 मीटर दूरी पर एक पीजी में स्टूडेंट बनकर रूम लिया था। वहीं पर पूरी साजिश को अंजाम दिया गया।
बदमाश राजू ठेहट के एक-एक मूवमेंट पर नजर रख रह थे। बदमाशों को पता था कि राजू अपने घर के सामने बने प्लॉट का कचरा साफ करवा रहा है और इन्हें उठाने के लिए ट्रैक्टर आएंगे। इसी का फायदा बदमाशों ने उठाया और शनिवार सुबह राजू ठेहट की हत्या कर दी।
पढ़िए- कैसे बदमाशों ने रची गैंगस्टर राजू ठेहट को मारने की साजिश ?
ट्रैक्टर ड्राइवर को टोकन देने खड़ा था बाहर राजू राजू ठेहट के घर के बाहर रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि राजू के मकान की बिल्डिंग के आगे से एक खाली प्लॉट है। प्लॉट में कचरा था और इसे उठाने के लिए शुक्रवार को ही राजू ने एक जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉली ठेकेदार को ठेका दिया था। शुक्रवार को देरी हो गई थी, ऐसे में उन्होंने शनिवार सुबह कचरा उठाना शुरू किया था। तीन-चार ट्रैक्टर ट्रॉली लगातार वहां से कचरा उठा रही थी। वहीं ट्रैक्टर को भरने के बाद काउंटिंग का टोकन देने के लिए राजू ठेहट घर के बाहर खड़ा था।
पहले से तैयार शूटर्स सेल्फी के बहाने नजदीक गए, कर दिए फायर
इसी दौरान जब एक ट्रैक्टर ड्राइवर कचरा भरने के बाद टोकन लेने के लिए राजू के घर के बाहर रुका। तभी वहां जूस शॉप पर बैठे शूटर्स सेल्फी के बहाने राजू के नजदीक पहुंचे। इतने में ही एक शूटर ट्रॉली की ओट लेकर पीछे गया और हथियार निकालते हुए राजू पर ताबड़तोड़ फायर कर दिए। इसके बाद तो बाकी शूटर्स भी एक्शन में आ गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में जेसीबी और ट्रैक्टर ड्राइवर भी काम बंद कर वहां से चले गए।

जिस पीजी में प्लानिंग बनाई वहां पहुंचे रिपोर्टर
दो बदमाश ठेहट के घर से महज 100 मीटर दूरी पर एक पीजी में रह रहे थे। यहां वे स्टूडेंट बनकर रेकी कर रहे थे। भास्कर रिपोर्टर उस पीजी में पहुंचे जहां चारों बदमाशों ने प्लानिंग की थी। पीजी संचालक ने शूटर्स के बारे में कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस हॉस्टल का पूरा रिकॉर्ड और सीसीटीवी DVR अपने साथ ले गई है। अभी शादियों का सीजन है तो 7-8 स्टूडेंट अपने घर गए हुए है। कौनसा स्टूडेंट आज हॉस्टल में मिसिंग है, ये मैं नहीं बता सकता।
गैंगस्टर के मर्डर के लिए कोचिंग में एडमिशन लिया
गैंगस्टर गोलियां बरसाकर उसे मारने वाले चारों में से दो शूटर्स पिछले डेढ़ महीने से सीकर में ही स्टूडेंट बनकर रह रहे थे। दोनों ने कोचिंग संस्थान में एडमिशन भी लिया हुआ था। वहीं ये भी सामने आया है कि गैंगस्टर राजू ठेहट को हर समय अपनी जान का खतरा रहता था। इसके चलते उसने पुलिस से भी सुरक्षा मांगी थी। जब उसे सुरक्षा नहीं मिली तो उसने घर पर दो प्राइवेट गनमैन रख लिए थे। घटना के दौरान उसके गनमैन घर पर मौजूद नहीं थे। दोनों एक दिन पहले शुक्रवार को ही छुट्टी पर गए थे।

SHO ने बताया कैसे पकड़ में आए बदमाश
शूटर्स को पकड़ने के लिए चलाए गए ऑपरेशन में शामिल रहे रींगस SHO हिम्मत सिंह ने भास्कर को बताया कि वो लगातार शूटर्स की तलाश में लगे हुए थे। रात करीब डेढ़ बजे पीछा करते हुए हरियाणा बॉर्डर स्थित डाबला के नजदीक दो आरोपियों मनीष उर्फ बच्चिया निवासी जोरावाली व विक्रम गुर्जर निवासी बामरड़ा को पकड़ लिया। इनके कब्जे से चीन और तुर्की में बने 5 विदेशी हथियार भी बरामद किए गए थे। दोनों आरोपियों ने पुलिस को देखते ही सरेंडर कर दिया था। मनीष और विक्रम से पूछताछ में ही ये पता चला कि बाकी तीनों शूटर्स अभी भी झुंझनूं जिले के पौंख गांव की पहाड़ियों में छिपे हुए हैं। वो वहां ऊपर पहाड़ी पर हथियारों के साथ बैठे थे। शूटर्स को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया गया। रविवार सुबह जल्दी जैसे ही पहाड़ी पर चढ़ने लगे तो सतीश मेघवाल निवासी धाड़वा व जतिन सिंह कुम्हार ने मुझ पर व टीम में शामिल एक अन्य एसएचओ मनीष शर्मा पर सीधे फायर कर दिए। हम जैसे-तैसे संभले और जवाबी फायरिंग की गई।