2 करोड़ घूस मांगने वाली ASP की गैंगस्टर वाली धमकी: व्यापारी से बोली- तुम जूते खाओगे, तेरी लोकेशन दिखाकर उठा लेंगे 2 करोड़ रुपए के घूसकांड में निलंबित SOG की तत्कालीन ASP दिव्या मित्तल के रडार पर दूसरे राज्यों के दवा व्यापारी भी थे। लीगल तरीके से दवाइयां बेचने वालों को भी दिव्या मित्तल वर्दी की धौंस दिखाकर करोड़ों वसूलने के लिए धमकाती थी । दिव्या का तरीका भी ‘गैंगस्टर’ वाला था।
पड़ताल में सामने आया कि ACB ने दिव्या पर शिकंजा कसने के लिए 3 बड़े सबूत जुटाए हैं। इन सबूतों से दिव्या के खिलाफ केस और भी मजबूत हो गया है।
दिव्या के जेल में बंद होने के बाद कई पीड़ित व्यापारी ACB के पास पहुंचे हैं।
व्यापारी ने एक 4 मिनट 30 सेकेंड की ऑडियो क्लिप भी दी। इस ऑडियो को सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ASP किस तरह मानसिक दबाव बनाकर अपने दलाल के लिए उगाही का मैदान तैयार करती थी।
पंजाब के व्यापारी को जाल में ऐसे फंसाया
दिव्या ने पंजाब के व्यापारी को मई, 2021 को एनडीपीएस एक्ट के तहत अजमेर के थाना रामगंज में दर्ज प्रकरण को लेकर हाजिर होने को कहा था। मामला पुरानी दवाएं सप्लाई करने का था।
25 दिसंबर को पंजाब के व्यापारी को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का पहला नोटिस मिला। 26 दिसंबर को उसके पास दूसरा नोटिस आया। व्यापारी ने भास्कर को बताया कि मैं उस समय हैदराबाद में था। ऐसे में मैंने 30 दिसंबर को वकील को भेजा ।
वकील को देखकर एएसपी दिव्या भड़क गई। मुझे तत्काल आने को कहा, लेकिन मैं हैदराबाद से कैसे आ सकता था? मुझे एएसपी ने फोन पर खूब भला-बुरा कहा, धमकाया। तब मुझे और मेरे वकील को समझ में आ गया कि एएसपी के इरादे कुछ और हैं।
पढ़िए दिव्या ने व्यापारी को किस तरह धमकाया….
30 दिसंबर को वकील दिव्या से मिलने पहुंचा तो उनसे फोन मिलाकर व्यापारी से बात कराने को कहा…
• वकील : मैडम (दिव्या मित्तल) आपकी उपस्थिति चाह रही हैं यहां (अजमेर) पर। आप जल्दी से जल्दी यहां पर उपस्थित हों। मैडम ने स्पष्ट बोल दिया है कि वो आपसे ही बात करेंगी। आप जो भी स्पष्टीकरण देना चाहें, वो यहीं आकर दें। बहुत सारी टेक्निकल बातें हैं, जो आप ही बता सकते हैं वो क्लियर करनी हैं।

• व्यापारी : ठीक है। मैडम को पूछ लो कोई और इश्यू तो नहीं है। हम आकर अपनी बात बता देंगे।
• वकील : मैडम का कहना है कि इश्यू तो ये है कि दीमापुर जो आपका माल गया है, वो आपने जानबूझकर सेल किया है या गलत तरीके से किया है। आपका जो भी स्पष्टीकरण है, वो मैडम के सामने यहां आकर देना है।
जिस केस में हाजिर होने के आदेश, उसमें व्यापारी का नाम ही नहीं
व्यापारी ने बताया कि 20 दिन में बार-बार नोटिस और फोन की धमकी से मैं परेशान हो गया था। मेरे वकील ने पूरी केस फाइल देखी तो उसने बताया कि जिस प्रकरण में दिव्या हाजिर होने का दवाब डाल रही है, उसमें तो आपका दूर-दूर तक कोई लेना देना ही नहीं है। रामगंज थाने की इस FIR में न मेरा नाम है और न ही इस मामले की जांच में मेरा नाम आया था। जिन फर्मों को गलत तरीके से दवा की आपूर्ति करने का हवाला दिया जा रहा था, उन्हें मैंने दवा की सप्लाई तक नहीं की थी।

एसओजी ऑफिस बुलाकर धमकाया
व्यापारी ने बताया कि 5 जनवरी को मैंने ASP से फोन पर बात की और अगले दिन आने को कहा। 6 जनवरी को मैं और मेरा पार्टनर जयपुर SOG ऑफिस पहुंचे। सुबह 10 से शाम 5 बजे तक वहां थे। दिव्या से मुलाकात हुई। उसने दवा सप्लाई के मामले में साजिश में शामिल होने करने का आरोप लगाया। हमें गिरफ्तार करने की धमकी दी। हमने कहा कि हम जब किसी को जानते नहीं तो उसके साथ साजिश कैसे कर सकते हैं।
दिव्या बोली- मैं देखती हूं क्या कर सकती हूं
दिव्या ने व्यापारी को बयान देने को कहा। इस पर व्यापारी ने कहा- मैडम हम तो व्यापारी हैं और किसी भी मामले से दूर रहना चाहते हैं । दिव्या ने कहा- देखती हूं कि मैं क्या कर सकती हूं आपके लिए। आपके पास दयाराम का फोन आ जाएगा। फिर हम निकल गए।