Basti News : बस्ती जिले के महिला अस्पताल में दो महीने पहले मेडिकल उपकरणों की खरीद में डेढ़ करोड़ के गड़बड़ी की जांच की खबर सुनकर DM प्रियंका निरंजन ने जांच का आदेश दिया है। डीएम प्रियंका निरंजन ने निष्कर्ष निकालने के लिए तत्परता से काम करने का आश्वासन दिया है।
इस जांच की प्रक्रिया में तीन सदस्यीय टीम को भेजा गया है, जिन्हें गोपनीयता और निष्पक्षता की प्राथमिकता दी गई है। अर्थात ये जांच गोपनीय तरीके से की जा रही है। महिला अस्पताल में जारी अभिलेखों की सख्त जाँच तथा उनके उपयोग और खरीद में हुई विशेषताओं की पूरी समझ प्राप्त करने के लिए टीम को एक सप्ताह का समय भी दिया गया है
इस डेढ़ करोड़ की हुई गड़बड़ी की शुरु की जांच पड़ताल :-

इस महिला अस्पताल में दो माह पहले मेडिकल उपकरणों की खरीद में डेढ़ करोड़ के घोटाले की जांच तो शुरू हो गई है। अब इसके फाइनल रिपोर्ट आने की देरी है। जब भी ये रिपोर्ट आती है उसके सारे खुलासे हो जाएंगे। आपको बता दें कि पूर्व सीएमएस डॉ. सुधांशु द्विवेदी ने विभिन्न मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर की प्रक्रिया के माध्यम से लखनऊ की एक कंपनी को ठेका प्रदान किया गया था।
इस ठेके के परिप्रेक्ष्य में, कई लोगों ने बहुत सारे सवाल उठाए थे और इस प्रक्रिया को लेकर आपत्ति भी व्यक्त की थी। हालांकि, अनुबंध की समय सीमा के बाद, अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति के अवसर पर उपभोग प्रमाणपत्र की भी प्रदान की।इसी दौरान, डीएम के पास एक शिकायत भी पहुंची, जिसमें किसी ने आरोप लगाया कि जिला महिला चिकित्सालय में बिना निविदा की प्रक्रिया के बिना एक विशेष कंपनी को डेढ़ करोड़ रुपये के काम का ठेका प्रदान किया गया है। इस मामले में संबंधित प्राधिकृत अधिकारी की निगरानी के लिए, डीएम ने तुरंत जांच का आदेश दिया था।
मामले की गंभीरता से एसडीएम सदर ने संबंधित अधिकारियों के साथ एक टीम बनाया गया। इस टीम में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत और बीएसए के लेखाधिकारी भी शामिल थे, बृहस्पतिवार की शाम को, टीम ने महिला अस्पताल जा पहुंची। जहां उन्होंने उपलब्ध अभिलेखों की तलाशी की। इस जांच के दौरान, उन्होंने अभिलेखों को ध्यान से खाकर उसकी विशिष्टताओं की जाँच की और उन्हें साथ लेकर चल दिया, इससे सुनिश्चित होता है कि कोई भी गलती का आकलन सही तरीके से किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि डीएम प्रियंका निरंजन ने इस विशिष्ट मामले के बारे में बताया कि शिकायत पत्र प्राप्त के बाद एक सप्ताह पहले, जो कुछ भी हुआ वह सामने आया था। वह शिकायत उनके द्वारा बड़े सावधानीपूर्वक संचालित की गई थी और इसके परिणामस्वरूप उन्होंने जांच की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने का आदेश दिया। इस मामले के दोषियों के प्रति सख्तता के साथ इसका निर्णय लिया जाएगा, जो दिन-ब-दिन साक्षात्कारों और प्रमाणों के साथ जांच की प्रक्रिया के अनुसार होगा। और इस मामले दोषियों को कतई छोड़ा नहीं जाएगा।