जो लोग यह समझ चुके हैं कि यह एक जैविक हथियार है वह यह भी जानते होंगे के इस तरीके के जैविक हथियारों के माध्यम से हमारे देश की आर्थिक स्थिति को तोड़ने की कोशिश की जा रही है जिसके द्वारा हमारे देश के अंदर करोड़ों लोग बेरोजगार हो जाएं और वह अपना और अपने बच्चों का पेट भरने में नाकाम रहकर भुखमरी से मारे जाएं और भुखमरी से मारे जाने वाले लोगों का भारत देश के अंदर कभी भी यह पता नहीं किया जाता कि कितने लोग मर रहे हैं और कितने लोग जिंदा हैं भारत सरकार के पास उसका कोई डाटा नहीं कि भारत देश के अंदर कितने लोग हर साल भुखमरी से मरते हैं। जबकि भुखमरी से मरने वाले लोगों की संख्या करोड़ों में है भारत देश के अंदर।
यह सब जानकर अगर हम लोग राजीव भाई जी द्वारा बताए गए भारत देश में अंग्रेजों के आने से पहले टीके के विषय में समझ सके और उसे अपना कर अपने जीवन को फिर से खुशहाल कर सके तो वही सबसे सही रहेगा और उसी संदर्भ में हम लोगों ने स्वदेशी टीके का निर्माण किया है भारत देश के अंदर जिसके अंदर गौमाता का कोई भी अंश नहीं है और कोई भी शैतानी तत्व जिन्हें विदेशी कंपनियों ने अपने वैक्सीन के अंदर भर भर के डाला है वह हमारी स्वदेशी टीके के अंदर मौजूद नहीं है।
राजीव भाई जी का वह वीडियो जिस पर उन्होंने भारत देश के विषय में यह बताया है कि भारत देश के अंदर अंग्रेजों के आने से पहले टीका किया जाता था उसका डॉक्यूमेंट भी हमें मिल चुका है अगर किसी को वह डॉक्यूमेंट चाहिए तो वह हमें 8105067724 पर व्हाट्सएप कर सकता है।
राजीव भाई जी के जाने के बाद हम लोग जो राजीव भाई जी के विचारों के आधार पर भारत का निर्माण करना चाह रहे हैं और लोगों को इस महामारी से बचाने की कोशिश कर रहे हैं जिसकी वजह से भारत के साथ-साथ विदेशों तक इस जैविक हथियार का खौफ हमारे दिलों दिमाग में बैठा दिया गया है और जिसके कारण हम लोग आपस में लड़ भी रहे हैं बिना यह जाने कि क्या सही है क्या गलत उसे हमें समझना होगा और अपने आसपास के लोगों को इन सब चीजों की जानकारी देकर भारत देश को फिर से अपने पैरों पर खड़ा करने पर एक दूसरे का सहयोग भी करना होगा।
राजीव भाई अमर रहे।
वंदे मातरम।