विश्व की सबसे बड़ी नदी (Largest River) की बात करें तो कुछ विशेषज्ञ का कहना है कि नील नदी जो इजिप्ट (मिश्र) से होकर बहती है वह विश्व की सबसे बड़ी नदी है तो कुछ लोग का कहना है कि अमेजन नदी जो दक्षिण अमेरिका में बहती है वह विश्व की सबसे बड़ी नदी है। किन्तु अधिकतर लोगों का कहना है कि नील नदी के घुमाव के कारण यह नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदी मानी जाती है इस नदी की कुल लंबाई 6650Km है तो अमेजन नदी(जो दक्षिण अमेरिका में बहती है) की कुल लंबाई 6400Km है।

दुनिया में ऐसी ही और बहुत सी नदियां है जो एक देश से दूसरे देश तक बहती है जो न केवल लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी देती है साथ ही साथ लोगों को पैसा कमाने का अवसर भी प्रदान करती है। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन अभ्यर्थियों के लिए दुनिया की 10 बड़ी नदियों के बारे में जानना बेहद जरूरी होता है क्योंकि अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में Top 10 रिवर को लेकर कई प्रकार के अलग- अलग प्रश्न छात्रों से पूछे जाते हैं।
प्रतियोगी परीक्षा जैसे Railway, SSC, Upsc में करंट अफेयर और जनरल अवेयरनेस के विषय में अक्सर ही नदियों से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। आपकी परीक्षा की बेहतरीन तैयारी के लिए हमने इस लेख के माध्यम से आपको दुनिया की 10 सबसे बड़ी नदियों के बारे में बताया गया है।
संक्षेप में आप नीचे दिए गए टेबल की मदद से नदियों के नाम, नदियों के प्रमुख स्थान तथा नदियों की कुल लंबाई के बारे में बेहतर तरीके से जान सकते हैं और साथ ही इन नदियों की विशेषताओं के बारे में भी हमने नीचे विशेष जानकारी इस Content में दिया गया है। तो यह जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
विश्व की 10 सबसे लम्बी नदियों (Largest Rivers) के बारे में विस्तार से –
1. नील नदी (Nile River) :-

नील नदी अफ्रीका की सबसे बड़ी नदी मानी जाती है और दुनिया की लंबी नदियों की श्रेणी में रखा गया है। इसकी लम्बाई लगभग 6650Km है और इस नदी का मुख्य स्रोत बुजम्बुरा है, जो बुरुंडी में स्थित है। इस नदी का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अफ्रीका के उत्तरी और मध्यीय भागों के लोगों के लिए है, जो इसके आस-पास के क्षेत्रों में रहते हैं।नील नदी की उत्पत्ति विशाल हिमालय से होती है जहां से यह बड़ी चौड़ी मैदानों को पार करते हुए सहारा की खाड़ियों तक बहती है।
इस नदी के मैदानी क्षेत्र में स्थित देशों में शामिल हैं यह नदी बुरुंडी, रुआण्डा, केन्या, तंजानिया, उगांडा, सुडान, एथियोपिया और ईरिट्रिया जैसे देशों में बहती है।
2. अमेजन नदी (Amazon River) :-

अमेज़न नदी दक्षिण अमेरिका की सबसे बड़ी नदी (Largest River)है और यह दुनिया की सबसे बड़ी नदी नील नदी के बाद अमेजन नदी दूसरी सबसे बड़ी नदी है। इसकी कुल लम्बाई लगभग 6,400Km है और इस नदी का मुख्य स्रोत पेरू की आंडीज की पहाड़ियों से बहता है। यह नदी आमतौर पर ब्राज़ील के अमेज़न वन के मध्य से होती हुई, अपनी दक्षिणी दिशा में बहती है और फिर अखण्ड भारत में विस्तृत होती हुई समुद्र तल तक जाती है।
अमेज़न नदी एक विशाल नदी है, जिसमें कई छोटी-छोटी नदियां और उपनदियां भी आकर मिलती हैं। इस नदी की विस्तारवादी नदी तलहटी, अमेज़न तटरेखा के जैसे कई भौगोलिक संदर्भ प्रदान करती हैं। इस नदी के तटबंधों के आस-पास कई शहर हैं जैसे कि मनाउस, बेलम, मानाउस, आईकापा और तबाटिंगा।
अमेज़न नदी एक अत्यंत महत्वपूर्ण पारिस्थितिकीय संसाधन है जो बड़ी संख्या में वन्य जीवों को घर देने में मददगार है।यह नदी ब्राजील, पेरू, कोलंबिया, बोल्विया, इक्वाडोर और वेंजुआला जैसे देशों में प्रवाहित होती है। अमेजन नदी अटलांटिक महासागर में गिरती है।
3. यांगत्जे नदी (Yangtze River) :-

यांग्त्जे नदी चीन में बहने वाली दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी (Largest River)नदी है। इसकी कुल लंबाई लगभग 6,300Km है और यह तिब्बती हाइलैंड में मानसरोवर झील के निकट से निकलती है और फिर यूनान, म्यांमार, थाईलैंड और लाओस के जंगलों से गुजरती हुई, तथा बाद में वियतनाम और कंबोडिया में जाकर दक्षिण चीन के कुंमिंग के निकट में मिलती है।यह नदी का अधिक जल-प्रवाह चीन में होता है।
इस नदी की घाटी पर बसे शहरों को विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों के श्रेणी में रखा गया है। ऐसी एक पारम्परिक मान्यता है, कि चीन की सरकार आज भी तंगुल्ला पर्वत के टूटू प्रजाति की पहचान करती है, जिसे इस नदी के उत्पति के खास स्त्रोत के रूप में देख जाता है। नए आंकड़े के अनुसार यह नदी “जरी के पहाड़ियों” से निकलती है जो सीधे जाकर संघाई के “पूर्वी चीन सागर” में गिरती है।यांगत्जे नदी के तटबंधों के आसपास कई प्रकार की खेती की जाती है, जो स्थानीय लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, यह नदी तिब्बती हाइलैंड के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत हैयांगत्जे नदी के पास कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण शहर हैं, जिनमें से कुंमिंग, चांग्शा, चोंगकिंग, वुहान, हानोई और फुकुओक हैं। इस नदी के किनारे कई पर्यटन स्थल हैं और यह नदी भी जहां जहां से गुजरती है, वहां के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
4. मिसिसिपी नदी (Mississippi River) :-

मिसिसिपी नदी उत्तरी अमेरिका में बहने वाली सबसे लंबी नदी (Largest River) है। इसकी कुल लंबाई लगभग 6,275 Km है। मिसिसिपी, मिसौरी, और जैफरसन जैसे प्रमुख नदियों के इस मिसिसिपी को दुनिया के चौथे लंबी नदी के रूप में जाना जाता है। इस नदी की उदगम स्थल “लटास्का झील” से होती है जो “उत्तरी मिनेसोटा” में स्थित है। यह नदी यूएसए और कनाडा जैसे देशों में बहती है, जो “मैक्सिको की खाड़ी” में गिरती है।
मिसिसिपी की प्रमुख सहायक नदी जैफरसन नदी है। और यह झील सुपीरियर के निकट मिलती है और फिर मेक्सिकन खाड़ी में गिरती है। इस नदी के पास कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण शहर हैं, जिनमें से मिनेसोटा के मिनीएपोलिस और सेंट पॉल, मिसूरी के सेंट लुइस, लुइजियाना के न्यू ऑर्लींस और मेम्फिस, टेनेसी के वर्गिनिया और डकोटा के सूथ डकोटा शामिल हैं। मिसिसिपी नदी दक्षिण के आर्कांसस राज्य में डेल्टा के नाम से जानी जाती है।
मिसिसिपी नदी को अमेरिकी साउथ का स्पाइन कहा जाता है और इसके तटबंधों के आसपास कई प्रकार की खेती की जाती है, जो स्थानीय लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, इस नदी के किनारे कई पर्यटन स्थल हैं और यह नदी भी जहां जहां से गुजरती है, वहां के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
5. येनीजे नदी (Yenisei River) :-

येनीजे को विश्व के पांचवी सबसे लंबी नदी (Largest River)के रूप में जानते है। येनीजे नदी एक महत्वपूर्ण नदी है जो चीन के दक्षिण-पश्चिमी हिमालय से निकलती है और बांग्लादेश के बंगाइया खाड़ी में गिरती है। इस नदी की कुल लंबाई 5539Km है और इसका कुल प्रवाह क्षेत्र 1,096,000 वर्ग किलोमीटर है। येनीजे नदी का प्रवाह एशिया का सबसे बड़ा जलप्रवाह है और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा जलप्रवाह है।
यह आर्कटिक महासागर में गिरने वाली सबसे लंबी नदी है, सेलेंज नदी को इसकी सबसे बड़ी सहायक नदी मानी जाती है, जो बैकाल झील में गिरती है, यह नदी रूस और मंगोलिया जैसे प्रमुख देशों में बहती है। येनीजे को “आर्कटिक” में गिरने वाली सबसे बड़ी नदी कहा जाता है,लेकिन इसका प्रमुख भाग “कैरा सागर” में गिरता है।येनीजे नदी का उत्पादन अत्यधिक है और यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक स्रोत है।
यह चीन में कई जीवन प्राणियों के लिए आवश्यक जल संसाधन है, और यह बांग्लादेश में एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक नदी है। यह नदी चीन, तिब्बत, भूटान, भारत, नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार से गुजरती है।येनीजे नदी के किनारे कई महत्वपूर्ण शहर बसे हुए हैं, जैसे कि चंगचुन, चोंगकिंग, यिचांग, वुहान, आदि। इन शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल होते हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग यहां जाते हैं।
6. येलो नदी (Yellow River) :-

इस नदी का रंग पीले होने के कारण इस नदी को पीली नदी के नाम से जाना जाती है,जिसे विश्व की सबसे लंबी नदियों (Largest Rivers)में छठवीं स्थान पर रखा गया है। इस नदी की उत्पति प्राचीन चाइनीज सभ्यता से होती है और यह नदी चीनी सभ्यता के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। जो “बोहाई सागर” में जाकर गिरती है।
इस नदी का अधिकतम भाग चीन में ही प्रवाहित होती है। येलो नदी (Yellow River) चीन में बहने वाली पाँच महत्वपूर्ण नदियों में से एक है। यह एक प्राचीन नदी है जो चीनी सभ्यता और इतिहास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह नदी पूर्वी तिब्बत पठार से निकलती है और शान्तै प्रांत के मध्य से गुजरती है। इसकी लम्बाई 5,464Km है और यह तिब्बत पठार, गोबी मरुस्थली और सुइयुअन पठारों से होकर बहती है।
येलो नदी चीन के तीसरे सबसे लंबे नदी होने के साथ-साथ, दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा धुले पानी वाली नदी है। इस नदी का पानी अक्सर प्राकृतिक रंगों में आता है, इसलिए इसे “हुअंहे” कहा जाता है जो कि हिंदी में “अभिव्यक्ति की नदी” का अर्थ होता है। यह नदी चीन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बैंक पर एक से अधिक अरब लोग रहते हैं और यह नदी की निरंतर नदी तट जैव विविधता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
7. ओबी इर्तिश नदी (OB lrtysh River) :-

यह विश्व की सातवीं सबसे लंबी नदी (Largest River) है,जिसे Ob River भी कहते हैं। इसका विस्तार ‘एल्टिस पर्वत’ से शुरू होती है जो आर्कटिक महासागर में बहते बहते “Ob के खाड़ियों” में जा गिरती है। यह नदी रूस, चीन, मंगोलिया और कज़ाख़िस्तान जैसे देशों में बहती है।ओबी नदी रूस के मध्य से बहती हुई कई देशों के माध्यम से बहती हुई है। इसकी लम्बाई 5,410 किलोमीटर है और इस नदी का स्रोत आल्ताय पर्वत से बहते हुए शुरू होता है। इस नदी को इर्तिश नदी भी कहते हैं।
ओबी नदी का प्रवाह दक्षिण-पूर्वी दिशा में होता हुआ शुरू होता है और फिर इसका प्रवाह उत्तर-पश्चिम दिशा में बदल जाता है। यह नदी रूस, मंगोलिया, चीन और कजाखस्तान के माध्यम से बहती है। यह नदी रूस के सबसे लंबे नदी है और इसमें कई छोटी नदियां भी शामिल होती हैं जो इसके साथ मिलती हैं।
ओबी नदी की नदी घाटियों पर विभिन्न प्रजातियों के वन, सफेद हिमाच्छादित पर्वत, घास के मैदान, लोहे के खनिज आदि के साथ-साथ कई प्राचीन और आधुनिक शहर भी हैं। यह नदी परिसर में अनेक प्रजातियों के जानवरों के निवास स्थल के रूप में जानी जाती है।
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8. पराना नदी (Parana River) :-

यह नदी विश्व की लंबी नदियों (Largest River) में 8वें स्थान पर आती है, जो अपने महाद्वीप दक्षिण अमेरिका में दूसरी लंबी नदी है। PARANA नदी «PARA REHE ONAVA» की संक्षिप्त रूप है जिसका तात्पर्य हिंदी में ‘सागर’ होता है। यह नदी ब्राजील, अर्जेंटीना, पारागुआ, वोल्बिया जैसे देशों में बहती है। इस नदी का अंतिम मार्ग “रियो डेला प्लाटा” में होती है। पराना नदी दक्षिण अमेरिका की दो देशों, अर्जेंटीना और पराग्वे, में से बहती है। यह नदी दोनों देशों के बीच सीमा बनाती है और प्रायः उत्तरी-दक्षिणी दिशा में बहती है।
पराना नदी की लम्बाई करीब 4,880 किलोमीटर है और यह अमेरिका महाद्वीप की तीसरी सबसे बड़ी नदी है, जिसे ब्राजील की अमेज़न नदी और अर्जेंटीना की परना नदी के बाद माना जाता है।पराना नदी का उत्पादन क्षेत्र काफी बड़ा है और इसमें आमतौर पर सालाना 130 बिलियन किलोवाट घंटे की ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह उत्पादन नैचरल गैस, जैव ऊर्जा, जल ऊर्जा और हवा ऊर्जा से किया जाता है।
पराना नदी नाविक यात्राओं के लिए भी महत्वपूर्ण है, और यह अमेरिका महाद्वीप की सबसे बड़ी नाविक राहों में से एक है। इसके बादलों और वर्षा के कारण इस नदी का जलस्तर बढ़ता है, जिससे नदी की ऊंचाई में बदलाव हो जाता है।
9. कांगो नदी (Congo River) :-

यह विश्व की नौवीं सबसे लंबी नदी (Largest River) है। इसका पुराना नाम जैरे नदी है, कांगो नदी को पृथ्वी की सबसे गहरी नदी के रूप में जाना जाता है। और इसकी लम्बाई लगभग 4,700 किलोमीटर है। यह नदी “अटलांटिक महासागर” में गिरती है, जो कैन्गो,तंजानिया, कैमरून,रवांडा जैसे देशों में बहती है। कांगो नदी, अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा नदी है और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा जलवायु परिवहन तंत्र है।
यह नदी केंद्रीय अफ्रीका में बहती है कांगो नदी की मुख्य धारा तीन भागों में विभाजित होती है: कांगो ऊपरी धारा, कांगो मध्य धारा और कांगो निचली धारा। कांगो नदी का मुख्य स्रोत छोटे नदियों और स्रोतों के नेटवर्क से बनता है, जो अंगोला, बुरूंडी, केंद्रीय अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, जम्हूरीय गणतंत्र चाड और ज़ाम्बिया के कुछ भागों में स्थित हैं।
इस नदी का सबसे बड़ा प्रवाह मध्य धारा में होता है, जो कांगो नदी के दक्षिणी भाग में फैली हुई है।कांगो नदी अफ्रीकी महाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से का मुख्य सड़क और जलीय बांधों का नेटवर्क है।
10. कामा नदी (Amur River) :-

यह उत्तरी पूर्वी चीन और रूस के सीमा तक फैली हुई विश्व की दसवीं सबसे लंबी नदी (Largest River) है। कागा को “हैलोंग जियांग” के नाम से भी जाना जाता है। कामा शब्द, पानी की चाइनीज पर्यायवाची “हैलोंग जियांग” से है जिसका अर्थ काली अजगर वाली सागर (Black Dragon sea) होता है।
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विश्व की 10 सबसे लम्बी नदियों (Largest Rivers) की सूची –
नदी का नाम | नदी का प्रमुख स्थान | नदी का लंबाई (Km) |
नील नदी | अफ्रीका | 6650 |
अमेजन नदी | दक्षिण अमेरिका | 6400 |
यांग्त्जे नदी | चीन | 6300 |
मिसिसिपी नदी | अमेरिका | 6275 |
येनीजे नदी | रूस | 5539 |
येलो नदी | चीन | 5464 |
ओब नदी | रूस | 5410 |
पराना नदी | उरूग्वे | 4880 |
कांगो नदी | अफ्रीका | 4700 |
कामा नदी | एशिया | 4480 |