अब बैंकों में जमा पूंजी की कोई गारंटी नहीं FRDI आपकी गाड़ी कमाई से ही सरकार बचाएगी दिवालिया बैंकों को
FRDI :- केंद्र सरकार अलग-अलग बैंकों में आप की जमा पूंजी की गारंटी देने वाले डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन को खत्म कर दिया है अब आप की पुजी से ही सरकार दिवालिया बैंकों को बचाए गी
FRDI = निजी बैंकों को बचाने के लिए सरकारी पैसा का उपयोग और सार्वजानिक क्षेत्र के बैंकों को मरने के लिए छोड़ना !!! एक और महा घोटाला!!!
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सरकार ने 1950 से ही सार्वजानिक क्षेत्र के बैंकों में 100% जमा राशि को सुरक्षित करने का वादा किया है और निजी बैंक जैसे HDFC या ICICI इत्यादि को सुरक्षा देने का वादा नहीं करती |

यदि ये बैंक डूबते हैं, तब सरकार जमाकर्ताओं को केवल रु. 1 लाख तक की राशी की भरपाई का वादा करती है |
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आज FRDI जैसा अटपटा कानून इसलिए लाया जा रहा है ताकि निजी बैंकों को भी सरकारी पैसे का उपयोग करके डूबने से बचाया जा सके और सरकारी बैंकों के जमाधाराको के पैसे को लूटा जा सके !!!
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राष्ट्रवादी नेता कमीनेपन में सेक्युलर नेताओं से भी 10 गुना ऊपर जा चुके है !!
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माना कांग्रेस ने एनपीए की समस्या खड़ी की, लेकिन कल्किपुरुष मोदीजी तो इसे सरेआम बद से बदतर कर रहे हैं !
मेरा मानना है — मोदी साहेब भारत में अब तक हुए प्रधानमंत्रियों में से सबसे बेहूदा प्रधानमंत्री है !!!
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सरकारी बैंकों में जमाकर्ताओं की 100% राशी की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए |
और निजी बैंकों में जमाराशि पर सरकार या किसी सरकारी संस्था की कोई जवाबदेही नहीं होगी | निजी बैंकों को उनकी बीमा कंपनियां बनाने दो जिससे वे अपना पैसा जमाधारको के लिए सुनिश्चित कर पाए |
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मोदीजी और संघ कार्यकर्ताओं ने लोगो को खुले आम लूटने और निजी बैंकों को बचाने के लिए बहुत ही गजब की योजना बनाई है !!!