एलन मस्क का नाम तो आपने सुना ही होगा। हम उसी एलन मस्क की बात कर रहे हैं जो टेस्ला के सीईओ हैं और जिनके एक ट्वीट के बाद दूसरी कंपनियों की शेयर आसमान पर पहुंच जाते हैं। एलन मस्क अब भारत में रिलायंस जियो और अन्य टेलीकॉम को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में हैं। एलन मस्क की कंपनी starlink जल्द भारत में इंटरनेट सेवा शुरू करने जा रही है और इसके लिए पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो गई है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Starlink इंटरनेट की सेवाएं SpaceX कंट्रोल करती है जो कि एक एयरोस्पेस कंपनी है। SpaceX की स्थापना 2002 में एलन मस्क ने की थी। भारत में इंटरनेट सेवा देने के लिए Starlink इंडिया की वेबसाइट लाइव हो गई है और बुकिंग चालू है। Starlink इंटरनेट की प्री-बुकिंग के लिए 99 डॉलर यानी करीब 7,300 रुपये सिक्योरिटी के तौर पर देने होंगे जो कि राउटर आदि के लिए होंगे। पेमेंट हो जाने के बाद आपकी लोकेशन पर बुकिंग कंफर्म हो जाएगी।

बता दें कि यह सिक्योरिटी 100 फीसदी रिफंडेबल है यानी यदि बुकिंग के बाद आपका मन बदल जाता है तो आप इसे रद्द कर सकते हैं और पैसे वापस ले सकते हैं। एलॉन मस्क की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस (Satelie besed Internet service) Starlink एक बार फिर भारत में अपने सर्विस का विस्तार करने की कोशिश कर रही है। स्टारलिंक को मैनेज करने का काम SpaceX company करती है। इसके पहले कंपनी ने ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन ऑफ सैटेलाइट सर्विसेस (GMPCS) लाइसेंस के लिए अप्लाई किया है।
स्टारलिंक ने भारत में इस लाइसेंस के लिए (Department of Telecommunications, DoT) को एप्लिकेशन भेजा है. इससे पहले भी कंपनी भारत में एंट्री करने की कोशिश कर चुकी है।पिछले साल कंपनी ने स्टारलिंक इंटरनेट सर्विसेस के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया था। हालांकि कंपनी ने कुछ दिनों बाद प्री-बुकिंग बंद कर दी थी। इसकी वजह थी DoT की वार्निंग।
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पहले भी एलन मस्क ने किया था लाइसेंस के लिए अप्लाई :-
दरअसल, Department of Telecommunications ने कंज्यूमर्स को स्टारलिंक के लिए रजिस्ट्रेशन ना करने की सलाह दी थी। इसकी वजह थी कंपनी का बिना लाइसेंस मिले लोगों को सर्विस रजिस्ट्रेशन ऑफर करना। इसके बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट को अपडेट किया था।स्टारलिंक ने अपनी साइट पर लिखा था, ‘रेगुलेटरी मंजूरी नहीं मिलने की वजह से स्टारलिंक की सर्विस आपके एरिया में फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें तो SpaceX ने फिलहाल GMPCS,(global mobile personal communication of satellite services) लाइसेंस के लिए पिछले हफ्ते अप्लाई किया है।
मंजूरी के बाद भी आसान नहीं होगी शुरुआत :-
कंपनी ने एक्सपेरिमेंटल लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था, लेकिन बाद में उसे विड्रॉ कर लिया। रिपोर्ट की मानें तो अगर Starlink को GMPCS लाइसेंस मिल भी जाता है, तो भी कंपनी तुरंत इंटरनेट सर्विस को लॉन्च नहीं कर सकेगी।स्पेस इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने के लिए कंपनी को डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस की भी मंजूरी चाहिए होगी और उसे जरूरी स्पेक्ट्रम भी खरीदने होंगे। मंजूरी मिलने के बाद भी कंपनी को देश में अर्थ स्टेशन स्टैब्लिश (Earth station establish) करना होगा।
दूसरी कंपनियों की भी है तैयारी :-
एलॉन मस्क की SpaceX ही नहीं, बल्कि दूसरी कंपनियां भी देश में सैटेलाइट इंटरनेट की सर्विस एक्सपैंड करने की तैयारी में हैं। फिलहाल भारतीय एयरटेल इसके लिए Hughes के साथ जॉइंट वेंचर पर काम कर रही है।जिसकी मदद से देश में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू की जा सके।

वहीं रिलायंस जियो को भी इसके लिए (DoT, Department of Telecommunications ) से NOD मिल चुका है। 5G के बाद अब सैटेलाइट कनेक्टिविटी बड़ा दांव होगा। इससे रूलर और रिमोट एरिया में भी कनेक्टिविटी पहुंचाई जा सकेगी।
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