तिरुपति के मंदिर में 80 दिन बाद श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर को गुरुवार को 80 दिन बाद फिर से खोला गया। मंदिर के दर्शन करने वाले लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग में नजर आए और बाल काटने वाले नाई पीपीई किट में दिखाई दिए। आप को बता दें कि मंदिर में दर्शन करने वालों के लिए जारी किए गए हैं दिशा-निर्देश । श्रद्धालुओं के लिए सोशल डिस्टेंसिग और मास्क के प्रयोग को अनिवार्य कर दिया गया है।
80 दिन के बाद खुले मंदिर के परिसर में किसी को भी बिना मास्क के जाने की अनुमति नहीं थी तथा नियमित समय अंतराल पर, भक्ति गीत बजाने वाले लाउडस्पीकर से लोगों को याद दिलाया जा रहा था कि वे अपने साथ सैनिटाइजर की बोतल रखें, मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और नियमों का पालन करे ।
दरअसल, केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आठ जून से मंदिर के कपाट खोले गए थे, लेकिन ट्रायल के लिए सिर्फ तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) मंदिर के कर्मचारियों को ही दर्शन करने की अनुमति दी गई थी। जबकि तिरुपति में रह रहे वहाँ के स्थानीय लोगों के लिए 10 जून को कपाट खोले गए थे । आम श्रद्धालुओं के लिए तीन दिनों के ट्रायल के बाद 11 जून से मंदिर के कपाट खोले गए
इस दौरान मंदिर में सभी श्रद्धालुओं को छह फीट की सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। फर्श पर निशान बना दिए गए हैं। एक घंटे में ज्यादा से ज्यादा 300 श्रद्धालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति होगी। श्रद्धालु सुबह 6:30 बजे से शाम सात बजे तक ही दर्शन हो सकेंगे। अगर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ता तो वेटिंग हॉल में सिर्फ 100 लोगों को ही रखा जाएगा।
आप को बता दें कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर 24 मार्च को बंद कर दिया गया था ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके ।