WB चुनाव ✅
10 करोड़ 19 लाख लोग
Voters-7 करोड़ 32 लाख 98,428
Booth-1 लाख 1,790
Avg.-721 Voters/बूथ, 8 चरण, 3 माह
Voting- दिनभर
Board Exam ❎
छात्र-30 लाख
स्कूल-21,271
औसत भार-142 छात्र/स्कूल
सेंटर- सभी राज्य, परीक्षा-3 घंटे
Exam में physical distancing सदियों से.
लेकिन फिर भी बोर्ड एग्जाम कैंसिल किए जाते हैं कारण जानते हो क्यों? क्योंकि देश में डर का माहौल बनाना है। लोगों में दहशत पैदा करनी है और यह तभी होगा जब आप बच्चों को टारगेट करोगे। जी वही बच्चे जिन्हें आप अपनी पूंजी कहते हैं जिनके लिए मां बाप अपना घर बार तक छोड़ देते हैं। मीडिया वाले अपना काम कर रहे हैं सरकार भी तो अपना काम करेगी न। और यह इलेक्शन रोकने से तो होगा नहीं, न कुम्भ रोकने से।
बड़े स्तर पर दहशत पैदा करनी है तो आम आदमी को हिट करना जरूरी है उसके लिए स्कूल सबसे बढ़िया टारगेट हैं एलेक्शन नहीं होंगे तो आम आदमी को क्या फर्क पड़ता है रोक दो चुनाव राजनेताओं के सिवाय किसी को फर्क नहीं पड़ेगा।
कुम्भ रोक दिया तो साधुओं सन्यासियों को फर्क पड़ेगा। आम आदमी की प्राथमिकता में कुम्भ नहीं है। फिर इलेक्शन हो या कुम्भ दोनों ही क्षेत्र विशेष तक सीमित हैं ये सीमित लोगों को ही प्रभावित कर सकते हैं लेकिन विद्यालय पूरे देश में हैं शायद ही कोई परिवार हो जिसका विद्यालय से सम्बंध न हो।
तो आप समझिए सारी guidelines माहौल बनाने के लिए हैं आपको आतंकित करना उद्देश्य है। आप जितनी दहशत में रहोगे उतना सरकार का कहना मानोगे। यानी जो हर दिन आपके मोबाइल पर सरकार कह रही है लगाओ वैक्सीन💉
❎