भारत बना रहा है Haryana में उत्तर भारत का 1st Nuclear Power Plant, जानिये क्या है खबर

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Haryana में उत्तर भारत का पहला Nuclear Power Plant रहा है। यह Power Plant 2025 तक तैयार हो जाएगा। Haryana में फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव के पास कार्य को ​लागू किया गया है। जानकारी के अनुसार, काम में अब तक कुल 20,594 करोड़ रुपये की राशि में से 4,906 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

Gorakhpur Nuclear Power Plant : Haryana में उत्तर भारत का पहला Nuclear Power Plant रहा है। यह पावर प्लांट 2025 तक तैयार हो जाएगा। Haryana में फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव के पास कार्य को ​लागू किया गया है। जानकारी के अनुसार, काम में अब तक कुल 20,594 करोड़ रुपये की राशि में से 4,906 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। Central Science & Technology राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा के गोरखपुर में उत्तर भारत का पहला Nuclear Power Plant स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि PM Modi के शासन के दौरान,एक देश के अन्य हिस्सों में प्रमुख उपलब्धियों में से और Nuclear Power Plant की स्थापना होगी।Nuclear Energy विभाग के मुताबिक, Nuclear Power Plant पहले देश के तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों या महाराष्ट्र तक ही सीमित थे।

जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में इसकी घोषणा की और जानकारी दी। जितेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि भारत में Nuclear Power Plant क्षमता बढ़ाने के लिए 10 न्यूक्लियर परमाणु रिएक्टरों की स्थापना के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी दे दी गई है।

700-700MW क्षमता की हैं दो यूनिट :-

Nuclear Power Plant Gorakhpur में 700-700MW क्षमता की दो यूनिट हैं जिनमें से हर में (PHWR, Pressurized heavy-water reactor) हमारे देश की डिजाइन है। Haryana में फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव के पास इस कार्य को ​लागू किया गया है। जानकारी के अनुसार, काम में अब तक कुल 20,594 करोड़ रुपये की राशि में से 4,906 करोड़ रुपये भी खर्च किए गए हैं। Nuclear Energy विभाग के बयान के मुताबिक, अभी तक कुल Financial Progress 23.8% है।

उस विभाग ने अपने बयान में यह बताया कि दूसरे मैन प्लांट बिल्डिंग और बिल्डिंग स्ट्रक्चर, जैसे Fire Water Pump House (FWPH), (Safety-Related Pump House), Fuel Oil Storage Area, Ventilation Stack, (Overhead Tank), Switchyard Control Building और अन्य का निर्माण अच्छी तरह से चल रहा है।

Gorakhpur Haryana Anu Vidyut Pariyojana (GHAV) :-

इस परियोजना का नाम Gorakhpur Haryana Anu Vidyut Pariyojana रखा गया है Gorakhpur Haryana Anu Vidyut Pariyojana एक प्रस्तावित नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र है जो Haryana के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में में स्थित होगा। इस परियोजना के पहले चरण का शिलान्‍यास प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह द्वारा 13 जनवरी 2014 को किया गया था। 2800 मेगावाट की यह परियोजना के अंतर्गत 700 मेगावाट क्षमता वाले चार रिएक्‍टरों को दो चरणों में स्‍थापित किया जाना प्रस्‍तावित है।

प्रथम चरण में 700MW के 2 यूनिट होंगे। यह कार्य 2025 में पूरा होने की संभावना है।भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा यह संयंत्र विकसित स्वदेशी प्रौद्योगिकी पर Based है। और निर्माणाधीन काकरापार Atomic Power Station की 3 व 4 यूनिट तथा राजस्थान एटॉमिक पॉवर स्टेशन की 7 व 8 यूनिट के समान हैं। इसकी आकार और डिज़ाईन की विशेषताएँ तारापुर Atomic Power Station की 540 MW क्षमता वाली 3 व 4 यूनिट के लगभग समान हैं।

प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने रखी थी Nuclear Power Plant की आधारशिला :-

प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह द्वारा 13 जनवरी 2014 को 2800MW Gorakhpur Haryana Anu Vidyut Pariyojana की आधारशिला रखी। November 2020 के आंकड़ों के अनुसार भारत में अभी कुल 22 Nuclear Reactor है जो 8 अलग-अलग Nuclear Power Plant में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इन सभी Nuclear Power Plant से 7380MW बिजली तैयार की जाती है।

मौजूदा समय में भारत सरकार देश में Nuclear Power Plant की संख्या को और अधिक बढ़ाने की तैयारी कर रही है और इसी संदर्भ में 10 और Power Reactors बनाए जा रहे हैं। दुनिया में चीन और अमेरिका के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा बिजली उत्पादक कहा जाता है, और इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा बिजली उपभोक्ता भी है।

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