Basti News: पारा 40 डिग्री के पार, गर्म हवाओं से हाल बेहाल

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बस्ती। अप्रैल में ही गर्मी का सितम बढ़ रहा है। लू के थपेड़े जनजीवन पर असर डाल रहे हैं। ऐसे में गर्मी से बचाव के उपाय जरूरी हैं, नहीं तो यह गर्मी बीमार कर सकती है। उत्तरी पश्चिमी हवाओं के कारण त्वचा रूखी हो जा रही है।

जिला अस्पताल में त्वचा की समस्या से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।सोमवार को सुबह से ही गर्मी का अहसास होने लगा। सुबह 10 बजे से ही भीषण गर्मी का अहसास होने लगा। अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह तापमान इस मौसम का सबसे अधिकतम तापमान रहा।

चिकित्सकों का कहना है कि दिन के समय प्रयास करें कि घर से कम ही निकलें। यदि बाहर धूप में निकलना भी पड़े तो सावधानी जरूर बरतें, नहीं तो गर्मी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।मौसम की बेरुखी का असर लोगों की सेहत पर दिख रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को करीब 900 मरीज आए, इसमें 160 मरीज त्वचा रोग से पीड़ित रहे।

चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि गर्मी के कारण त्वचा रोग से पीड़ित मरीज आ रहे हैं। तेज धूप के कारण त्वचा रूखी हो जा रही है। लाल दाने और खुजली के धब्बे वाले मरीज भी काफी आ रहे हैं। धूप बचने का एक मात्र उपाय संपूर्ण त्वचा को सूती कपड़े से ढंक कर बाहर निकलें। पूरी कोशिश करें कि त्वचा सीधे धूप के संपर्क में न आए। इसके लिए छाता का इस्तेमाल कारगर साबित होगा.

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घर से पानी पीकर ही निकलें

डॉ. अंकित चतुर्वेदी ने बताया कि गर्मियों के दिनों में बीमारियां सबसे ज्यादा बढ़ती हैं। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है। घर से पानी पीकर ही निकलें। शरीर में तरल पदार्थ की कमी न होने दें, इससे डिहाइड्रेशन से बचाव होगा । बासी और तला भुना खाने से परहेज करें। धूप से आने के तुरंत बाद ठंडा पदार्थ न खाएं- पिएं।

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22 बच्चे उल्टी से पीड़ित भर्ती मौसम के प्रभाव का असर सेहत पर दिख रहा है। जिला अस्पताल में 22 बच्चे उल्टी से पीड़ित भर्ती हैं। ओपीडी में इस समस्या से पीड़ित बच्चे अधिक आ रहे हैं। जरूरत होने पर ही उनको भर्ती किया जा रहा है।

बुखार के 15 मरीज भर्ती है। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर 12 मरीजों को भर्ती किया गया है। तापमान में बढ़ोतरी के कारण लोगों की समस्या बढ़ रही है। डॉक्टर ओपीडी में आने वाले मरीजों को गर्मी से बचाव का सुझाव दे रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि सही कपड़े बच्चे को ढीले-ढाले, सूती कपड़े से बने हल्के कपड़े पहनाएं, जो पसीने को सोख लेता है। बच्चे का कमरा बहुत गर्म या बहुत ठंडा नहीं होना चाहिए।

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पंखा के साथ एसी की बिक्री बढ़ी पंखा कूलर विक्रेता अभिषेक गुप्ता ने बताया कि गर्मी का प्रभाव बढ़ते ही पंखे की बिक्री बढ़ गई है। एसी के ग्राहक भी आ रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष दाम में बढ़ोतरी हो गई है। इस वजह से ग्राहक थोड़े कम आ रहे हैं। पंखे के रेट में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। कूलर चार हजार से लेकर 18000 के रेंज में हैं। कम कीमत वाले कूलर की बिक्री ज्यादा हो रही है।

गर्मी में कारोबार अच्छा होने की उम्मीद दिख रही है।58 का गमछा बिक रहा 80 रुपये में शहर में गमछे की बिक्री बढ़ गई है। बीते वर्ष के मुकाबले में इस साल दाम में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कपड़ा व्यापारी मनमोहन ने बताया कि गर्म हवाओं से बचाव के लिए लोग गमछा लेना अधिक पसंद कर रहे हैं। छाते की बिक्री न के बराबर है। पिछले साल 50 रुपये में बिकने वाला गमछा इस बार 80 रुपये में बिक रहा है। 100 रुपये वाला गमछा 120 में बिक रहा है। उल्लनेखनीय है कि गर्म हवाओं से बचाव के लिए लोग गमछे को ज्यादा मददगार मानते हैं।

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