भारत में वर्तमान में तीन वैक्सीन देश में कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों को लगाई जारी है, उनमें स्वदेशी विकसित कोवैक्सीनभी है.
जो ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की एक्टपर्ट कमेटी की समीक्षा में 77.8 फीसदी प्रभावी है. हैदराबाद में कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल में आई
बायोटेक ने कहा कि तीसरे चरण के अंतरिम विश्लेषण के आधार पर कोवैक्सीन हल्के और गंभीर कोविड-19 के मामलों में 78 फीसदी प्रभावी पाई गई है.
डीसीजीआई ने कोवैक्सीन को पहले और दूसरे चरण के ट्रायल डेटा के आधार पर भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत दी. कोविशील्ड वैक्सीन भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के मुकाबले ज्यादा एंटीबॉडीज पैदा करती है.
वैक्सीन के 2 डोज के बाद कोविशील्ड लेने वाले 98 फीसदी में जितनी एंटीबॉडी पाई उतनी ही कोवैक्सीन लगाने वाले 80 फीसदी में पाई
भारत बायोटेक ने शुरुआती रिसर्च में कई खामियां थी और उसे एडहॉक के आधार पर किया गया दवा कंपनी ने यह भी कहा था कि समीक्षा नहीं की गई थी