भारत का पहला बिटक्वाईन (bitcoin) घोटाला आया सामने…

416

भारत का पहला बिटक्वाईन (bitcoin) घोटाला सामने आया है,जिसे एक २५ वर्षीय छात्र ने अंजाम दिया है, उस शख्स का नाम है श्रीकृष्ण रमेश सिर्की

बिटक्वॉइन (bitcoin) मामले में श्रीकृष्ण रमेश सिर्की पर आरोप

श्रीकृष्ण रमेश सिर्की पर आरोप है कि उसने बिटक्वाईन एक्सचेंज,पोकर गेम वेबसाईट और कर्नाटक सरकार के ई-शासन विभाग की ई-ख़रीद वेबसाईटों को हैक किया है।
पुलिस को दिए गए बयान में सिर्की ने कहा है कि उसने साल २०१५ में हॉन्ग कॉन्ग के बिटफ़ाइनेक्स क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज को हैक कर लिया था,इस एक्सचेंज से अगस्त २०१६ में १,१९,७५६ बिटक्वाईन चोरी हो गए थे,इससे एक वर्ष पहले ही रमेश ने इसे हैक कर लिया था।

बिटक्वॉइन (bitcoin) मामले में दिए गए बयान


चीफ़ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में रमेश ने स्वीकार किया है कि उसने चौथी क्लास से ही हैकिंग सीखना चालू कर दी थी और बाद में साईबर अपराधों में यह उनके काम आई।
उसका कहना है कि चौथी क्लास से दसवीं क्लास के बीच वह ब्लैकचैट हैकरों के समूह से जुड़ा जहां उसने हैकिंग करने और फिर इससे पैसा कमाने के ढंग सीखे।
इसके बाद श्रीकृष्ण ने बेंगलुरु के एक कॉलेज से पढ़ाई की और फिर वह नीदरलैंड् चला गया..

यह भी पढें:- प्राइवेट क्रिप्‍टोकरेंसी पर लगेगा बैन विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में होगा पेश–

कृष्णा का दावा


—- कृष्णा का दावा है कि उनका अपना कोई बैंक अकाउंट नहीं है और पश्चिम बंगाल के उनके दोस्त रोबिन खंडेलवाल उनके पैसों का हिसाब रखते थे।😜
कृष्णा का दावा है कि वो हॉन्ग कॉन्ग की बिटक्वाईन एक्सचेंज बिटफाइनेक्स को हैक करने वाले पहले लोगों में सम्मिलित हैं। उसका कहना है कि उन्होंने यहां से दो हज़ार बिटक्वाईन चुराए थे,उस समय एक बिटक्वाईन की क़ीमत सौ १०० दो २०० डॉलर तक थी उसका कहना है कि उसने लग्ज़री होटलों में रहकर ये पैसा उड़ा दिया।
इससे पहले कृष्णा का नाम चर्चा में तब आया था जब वह नवंबर २०२० में डार्कनेट के माध्यम से मंगाए गए ड्रग्स के साथ पकड़े गए थे।
ड्रग केस की पूछताछ के दौरान ही उसने अपनी हैकिंग कुशलता और लाइफ़स्टाईल के बारे में बताया था।
कर्नाटक के कांग्रेसी नेताओं ने राज्य की बीजेपी सरकार और नेताओं पर देश के इस पहले बिटक्वाईन घोटाले में सम्मिलित होने के आरोप लगाए हैं।

दुनियां से भारत को सीख लेनी चाहिए


—दुनियां के देश अपने यहां के हैकर्स का नाम छुपाकर अपना काम करवाते है और यहां के च्युटिये उसे सामने लाकर बदनाम कर रहे है अब उसे जेल में डाल देंगे किंतु उसकी योग्यता का उपयोग नही करेंगे भविष्य की DATA war,सायबर वॉर में फिर कहेंगे हमारा सर्वर सुरक्षित नही है।😂

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्टोकरंसी पर अलार्म बजा दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here