कल की हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना एक षड्यंत्र!!

499

कल की घटना सबको सामान्य हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना लग रही होगी लेकिन एक डबल इंजन का हेलीकाप्टर जिसमे क्रैश लेंडिंग के बावजूद सुरक्षित निकलने के तमाम साधन मौजूद थे आसमान में ही जलकर खाक हो जाता है यह घटना मुझे बिल्कुल समझ नही आ रही।

दुनिया भर में 20 हजार से ज्यादा MI सीरीज के हेलीकाप्टर हैं जिनमे से 200 हम इस्तेमाल करते हैं यह वही हेलीकॉप्टर है जिन्हें पिछले दिनों पूर्वांचल एक्सप्रेस हाईवे पर उतारकर योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी पीठ ठोंकी थी यह सच है कि इस सीरीज के हेलीकॉप्टर के साथ जो हो रहा वह डराता है।

पिछले 9 सालों में MI सीरीज के 7 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं जिसमें 30 से ज्यादा लोग मरे हैं फिर भी हमारे सीडीएस उसी जहाज से उड़ रहे थे।

3 सप्ताह पहले 18 नवम्बर को अरुणांचल प्रदेश से MI17 के क्रैश होने की खबर आई थी जिसमे वायु सेना के पांच अधिकारी बाल बाल बचे थे।

27 फरवरी 2019 को श्रीनगर के बड़गाम इलाके में महज 10 मिनट के भीतर MI17 क्रैश हो गया, बाद में पता चला हमने अपने ही मिसाइल से अपने हेलीकाप्टर को उड़ा दिया जिसमें एयरफोर्स के 6 जवान मारे गये यह पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के दौरान की घटना है।

2 जनवरी 2020 को ताइवान के Chief of the General staff, Shen Yi-ming की भी मृत्यु हेलिकॉप्टर क्रैश से हुई थी।

इन सभी घटनाक्रम को देखते हुवे ये 100 प्रतिशत तय है ये सब षड्यंत्र के तहत हो रहा है।

जैविक युद्ध के लिए तैयार रहे,
बिपिन रावत जी ने ऐसा बोला था।

मैं सोच रहा था जैविक युद्ध तो चल ही रहा है और कैसा जैविक युद्ध होगा?

इतिहास में पृथ्वीराज चौहान की सेना को कमज़ोर करने के लिए एक सूफ़ी संत को भारत भेजा गया उसने तालाब में ज़हर मिला दिया था पृथ्वीराज चौहान की सेना के हाथी घोड़े बीमार हो गए सेना कमज़ोर हो गयी ये भी जैविक युद्ध ही कहलाता है।

ये भैक्सिनेशन जो हो रहा है ये उस जैसा ही है जो अजमेर में पृथ्वीराज की सेना के साथ हुआ था।

शायद इस महान विभूति ने उस तरफ ही इशारा दिया था और षड्यंत्रकारियों का निशाना बन गए।

विपिन रावत जी कोई सामान्य व्यक्ति नही थे


जिस देश के नेताओं में सैनिक विद्रोह का डर रहता है, अस्थिरता रहती है या फिर एक और कारण है जो हर जगह मौजूद रहता है ego clash, तभी बहुत कम देश ही सयुंक्त कमान बनाते है।

लेकिन रावत जी एक सफल सेनाध्यक्ष के बाद CDS को सफल बनाये उन्होंने तीनों सेनाओं को पत्र लिखकर कहा था हमारे लिये राष्ट्र से उपर कुछ नहीं है इतने शक्तिशाली पद पर होते हुये भी वो विनम्रता , सरलता से परिपूर्ण थे।

देखा जाय तो उन्होंने अपने सारे कर्त्तव्य पूर्ण कर लिये थे। यह भी सौभाग्य की बात थी कि CDS जैसे सवेंदनशील पद पर प्रथम वो थे।

आजतक चैनल पर उन्होंने बताया था कि वो भगवान राम के भक्त है उनको अपना आदर्श मानते है तो कर्तव्यनिष्ठा वही से आई होगी।

आम जन से जुड़ने के जितने माध्यम है इतनी पीड़ा , दुख , शोक , आद्रता मैंने पहले कभी नहीं देखी।
यह क्यों है !
इसकी व्याख्या तो मैं भी नहीं कर सकता यह कष्ट का विषय है।

एक पवित्र आत्मा , एक सर्वोच्च राष्ट्र भक्त , एक योद्धा विदा हुआ है वह ऊर्जा पूरे राष्ट्र में बह रही है सबका हृदय भारी है।

साभार:🙏

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here