राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में लगभग 7 साल से इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण अभी हो रहा है। इस सत्र में इसके संचालन की उम्मीद की जा रही थी, मगर इसके पूरा होने के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये की आवश्यकता अभी तक शासन स्तर से पूरी तरीके से नहीं हो सकी है।
Basti News : राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में लगभग 7 साल से इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण अभी हो रहा है। इस सत्र में इसके संचालन की उम्मीद की जा रही थी, मगर इसके पूरा होने के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये की आवश्यकता अभी तक शासन स्तर से पूरी तरीके से नहीं हो सकी है। नतीजा यह निकला कि अभी बस्ती जिले को इंजीनियरिंग कॉलेज लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
![](https://untoldtruth.in/wp-content/uploads/2023/03/b-i-l_1638981181.jpeg)
साल 2016 से निर्माण के अधीन इंजीनियरिंग कॉलेज को धन न मिलने से अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है, जबकि अब तक 37 करोड़ रुपये इस इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए खर्च हो चुके हैं, और 15 फीसदी कार्य पूर्ण करने के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये की और आवश्यकता है। 16 मई 2016 को इसकी नींव रखी गई थी। 43.76 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले इस कॉलेज के संपूर्ण निर्माण का जिम्मा सी एंड डीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइनिंग सर्विस) को दिया गया था।
85 फीसदी कार्य हो चुका है पूरा :-
![](https://untoldtruth.in/wp-content/uploads/2023/03/2074679_CON_FEATUREScreenshot_20221029_164157_Gallery-1024x1024.jpg)
विभागीय अभियंताओं ने इस काम को पूरे जोश के साथ शुरू किया गया था, लेकिन इसी बीच सूबे में दूसरी सरकार का गठन हो गया। इसके बाद से ही शासन व रूसा (राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान) के सहयोग से पूरी होने वाली इस ज़रूरी परियोजना की उपेक्षा भी शुरू हो गई है। धीरे-धीरे भुगतान होता रहा और निर्माण कार्य भी उसी गति से चलता रहा।
अभी तक कई किश्तों में 37.09 करोड़ रुपये ही मिल सके हैं। लगभग 85 फीसदी अब तक काम तो पूर्ण हो गया, लेकिन अभी अन्य निर्माण न पूरे हो पाने की वजह से युवाओं को बस्ती में इंजीनियर बनाने का सरकार का सपना अभी अधूरा है। इस इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
Read also –
https://youtube.com/shorts/LLK-Ls8pwy8?feature=share
अभी इस इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए 6.34 करोड रुपए की है आवश्यकता :-
मुख्य भवन का 5 फीसदी, टाइप वन आवास का 15 फीसदी, गर्ल्स हॉस्टल का 15 फीसदी, चहारदीवारी का 10 फीसदी, ट्यूबवेल और वाटर हेड टैंक का 15 फीसदी व टाइप एक, 2 एवं 3 के आवासों का निर्माण बाकी रह गया है।मुख्य भवन व अन्य संसाधनों को तेजी से दुरुस्त किया जा रहा है। ताकि नए सत्र से पठन-पाठन जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
शासन से 6.34 करोड़ रुपये जारी होने हैं। धन के लिए अभी पत्र भेजा गया है। जैसे ही धन उपलब्ध हो जाएगा, वैसे ही इस इंजीनियरिंग कॉलेज का कार्य शुरू हो जाएगा तथा यह इंजीनियरिंग कॉलेज तैयार कर दिया जाएगा।
इन खबरों को भी पढ़ें।
बिल गेट्स का भारत दौरा करने के बाद मौसम का कहर, लोग बीमार, आया नया वायरस
BRD Medical College : देश के टॉप 10 में शामिल हुआ गोरखपुर का यह कालेज