2000 रु के नोट बिना ID प्रूफ बदलने के पीछे BJP का बड़ा खेल, पी चिदंबरम, वित्त मंत्री, ने भारतीय प्रशासनिक सेवा को हमला बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले नोटबंदी के नतीजे में सफलता नहीं प्राप्त की, जिससे कालेधन पर नियंत्रण नहीं हो सका, और अब यह नया नाटक है।
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P Chidambaram attack Modi Govt
पी चिदंबरम, कांग्रेस के नेता, ने आईडी प्रूफ के बिना 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से हटाने और बदलने पर केंद्र सरकार को निशाना बनाया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी की और उससे कालेधन पर नियंत्रण स्थापित करने में कोई सफलता नहीं प्राप्त की, और अब यह कदम एक नया नाटक है।
चिदंबरम ने केंद्र से किया सवाल
भारतीय स्टेट बैंक ने हाल ही में एलान किया है कि 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए आईडी प्रूफ और फॉर्म जमा कराने की ज़रूरत नहीं होगी। इसके बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि बिना आईडी के 2,000 रुपये के नोटों को बदलने से ‘काले धन’ का पता कैसे लगाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की फिरकी, जो पहले 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने के लिए उठाई जा रही थी, अब ध्वस्त हो गई है।
खास लोगों के पास ही 2000 रुपए के नोट
आम लोगों के पास वर्ष 2016 में प्रथम बार प्रकाशित हुए 2000 रुपए के नोट नहीं होते, क्योंकि तब लोगों ने उन्हें लेना बंद कर दिया था। पी चिदंबरम ने कहा कि यह नोट दैनिक खुदरा उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं थे, इसलिए लोगों ने उनसे अलगाव किया। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि 2000 रुपए के नोटों की मालिकी कौन करता है और उनका उपयोग अब कैसे होगा। आपके पास उत्तर है।
कालेधन वालों के लिए बिछ गया रेड कार्पेट
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने बताया कि 2000 रुपये के नोटों को बदलने के द्वारा सरकार ने कालेधन को सफेद धन में बदलने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि 2000 रुपये के नोटों को बिना आईडी प्रूफ के बदलने से सरकार ने कालेधन के धनाढ्यों का रेड कार्पेट स्वागत किया है।
Rs 2000 Note Circulation Ban By RBI
RBI ने 2000 रुपये के नोटों पर एक बड़ा फैसला लिया है: इन्हें सिस्टम से बाहर करने का। अब RBI इन 2000 रुपये के नोटों को सिस्टम में वापस ले रहा है। यह तो नोटबंदी नहीं है, बस अब आपको नए 2000 रुपये के नोट नहीं मिलेंगे और जो आपके पास है, उसे भी वापस करना होगा। इसके बावजूद, यह नोट अब भी कानूनी मान्यता रखेगा और आप इसे खर्च कर सकेंगे। हालांकि, नोट बदलने की अवधि की सीमा निर्धारित कर दी गई है।
RBI के अनुसार, 23 मई से 30 सितंबर तक आप बैंक में जाकर इन 2000 रुपये के नोटों को बदल सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत इस नोट वापसी का ऐलान किया है। यह जान लें कि 2016 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 2000 रुपये के नए नोट बाजार में आए थे।
Rs 2000 Note: बंद हो गई थी दो हजार रुपए के नोटों की छपाई
आरबीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में व्यक्त किया है कि “दो हजार रुपए के नोट का ट्रांजेक्शन में बहुत कम इस्तेमाल होता था। वहीं, 100, 200 और 500 रुपए के बैंकनोटों के पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध हैं ताकि लोगों की कैश की जरूरत पूरी हो सके।” आरबीआई के अनुसार, 100, 200 और 500 रुपए के बैंकनोटों की पर्याप्त मात्रा होने के बाद दो हजार रुपए के नोटों को वापस लाने का उद्देश्य पूरा हो गया था। साल 2018-19 में दो हजार रुपए के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी।