बस्ती। बस्ती के राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ‘ओबीसी’ मोर्चा के जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रेम नंदवंशी के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को डीएम के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल तक दो सूत्री ज्ञापन भेजे। इस ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निकाली गई आगामी ग्राम पंचायत अधिकारी पदों की भर्ती में ओबीसी को 27 प्रतिशत का नियमानुसार आरक्षण सुनिश्चित किया जाए।
इस क्रमबद्धता से ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारियों और सदन नेतृत्व के सदस्यों द्वारा दिखाया गया है जो सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। इस प्रयास का उद्देश्य है श्रेष्ठ अधिकारियों को आकर्षित करना, नियमों का पालन करना और ग्राम पंचायत अधिकारी पदों की भर्ती प्रक्रिया में ओबीसी के लिए न्यायसंगत अवसर सुनिश्चित करना।
OBC की मांग: 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के बाद ही कराई जाए परीक्षा :-
मोर्चा जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रेम नंदवंशी ने अपने बयान में बताया कि पहले भी राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया था, हालांकि उससे कोई प्रभावशाली कार्रवाई नहीं हुई थी, इसलिए राष्ट्रीय स्तर के नेतृत्व ने तीसरे चरण में एक मजबूत ज्ञापन भेजा है। उन्होंने मांग की है कि ओबीसी के परीक्षार्थियों को नियमानुसार भर्ती में आरक्षण का लाभ पहुंचाया जाए।
![](https://untoldtruth.in/wp-content/uploads/2023/06/obc.webp)
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी पदों की भर्ती में ओबीसी को केवल 9.5 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है जबकि यह 27 प्रतिशत के स्थान पर होना चाहिए, जो पूरी तरह से नियमानुसार विरोधी है और ओबीसी परीक्षार्थियों के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने मांग की है कि परीक्षा को आयोजित करने से पहले 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए। उन्होंने कहा है कि सरकार ओबीसी छात्रों के साथ भेदभाव कर रही है।
समुचित बजट का अभाव :-
समुचित बजट की कमी के कारण लगभग 6 लाख ओबीसी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति से वंचित कर दिया गया है, जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित हो रही है। हम मांग करते हैं कि छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से कराई जाए। हम चेतावनी देते हैं कि यदि हमारी मांगें अनदेखी की जाती हैं, तो राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ‘ओबीसी’ मोर्चा उत्तर प्रदेश बंद का आह्वान करेगा। इस अवसर पर राम सुमेर यादव, प्रदीप ठाकुर, हृदय गौतम, बुद्ध प्रिय पासवान, ओंकार शर्मा, बुद्धेश राना, रंजीत यादव आदि शामिल हुए।