बस्ती/गौर। दरिंदगी की शिकार किशोरी अपने परिवार के सदस्यों के साथ बृहस्पतिवार को पुलिस महानिरीक्षक से मुलाकात करने गई। यह मुलाकात विशेष थी। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक से मांग की कि एक आरोपी नामक कुंदन सिंह की एसआईटी जांच कराई जाए। कुंदन सिंह पर लगाए गए आरोप हैं कि वह एक गिरोह बनाकर अवैध शराब का धंधा करता था। इसके अलावा, मृतका के परिवार के लोगों को शक है कि वह तमाम अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हैं और उनकी कमाई उनकी इसी गतिविधि से होती है। इस आरोप को लेकर आईजी आरके भारद्वाज ने परिवार को जांच कराने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने परिवार को सुरक्षित महसूस कराने के लिए वादा किया है कि एसआईटी जांच कराई जाएगी।माना जा रहा है कि अगर एसआईटी जांच की जाती है तो आरोपी कुंदन सिंह से जुड़े गठजोड़ की पोल खुल जाएगी और उससे पुलिस और सफेदपोश लोगों के बीच के संबंधों के बारे में पता चल जाएगा।
पुलिस से गठजोड़ की SIT जांच कराना है आवश्यक :-
पिता ने एक ज्ञापन दिया था, जिसमें लिखा था कि बुधवार को जब विवेचक रामेश्वर यादव घटना स्थल का निरीक्षण करने गए थे, तो उन्हें वहां एक कमरे में रखी अवैध शराब का जखीरा मिला था। इससे स्पष्ट होता है कि कुंदन सिंह और उसके सहयोगी अवैध शराब के धंधे में लिप्त हैं। इस परिस्थिति में, उनकी और उनके गिरोह की जांच करना और उन लोगों के पुलिस से गठजोड़ की एसआईटी जांच कराना आवश्यक है। बताया गया है कि दरिंदगी की घटना उस मकान में हुई थी, जहां बुधवार को 225 पाउच देसी शराब बंटी बबली और 42 पाउच अंग्रेजी शराब गत्ते में बरामद की गई थी।
किशोरी के दरिंदगी के मामले की तफ़्तीश बढ़ते ही, पूरे क्षेत्र में खलबली छा गई है। इस मामले में बुधवार को विवेचक ने सब्जी व्यापारी और मेडिकल स्टोर संचालकों के बयानों को दर्ज किया था। इसके बाद से, कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि उन्होंने किसी न किसी रूप में कुंदन सिंह एंड कंपनी से संपर्क रखा है। इससे कई पुलिस कर्मियों के चेहरों पर उलझन का अभिनय दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार, वायरल खबरों के कारण कुछ लोग बहुत चिंतित हैं।
अवैध कब्जे को लेकर किया गया नोटिस जारी :-
तहसील हर्रैया के द्वारा सरकारी भूमि पर स्थित कुंदन सिंह के अय्याशी के अड्डे को नष्ट करने के लिए एक नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस के तहत, कुंदन सिंह से चक मार्ग पर स्थित भूमि पर निर्मित मकान के संबंध में जवाब मांगा जा रहा है। यह नोटिस उसके खिलाफ तहसीलदारी न्यायालय में दायर किए गए 115सी वाद के तहत जारी किया गया है। तहसीलदार गुलाब चंद ने बताया है कि इस नोटिस का जवाब देने की प्रतीक्षा की जा रही है। यदि कोई मान्य जवाब प्राप्त नहीं होता है, तो एकपक्षीय कार्रवाई के तहत मकान को तोड़कर चक मार्ग पर स्थित भूमि को खाली कर दिया जाएगा।
10 दिन पहले बिरऊपुर गांव में हुई थी यह घटना :-
बिरऊपुर के पास एक किलोमीटर दूर, गौर थानाक्षेत्र की 14 वर्षीय किशोरी ने अपने घर से सब्जी लाने के लिए निकला। लेकिन पांच जून को उसका खून से लथपथ शव बिरऊपुर के पास मिला। पोस्टमार्टम में, उसके साथ दरिंदगी के संकेत मिले। इस सूचना पर परिवार के लोग उम्मीद के साथ पास के निजी डॉक्टर के पास पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत घंटे भर पहले हो चुकी है।
इसके बाद, परिवार शव को लेकर घर वापस गए। पोस्टमार्टम में अप्राकृतिक दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने केस में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो की धारा शामिल की है। इस मामले में पुलिस ने राजन निषाद, कुंदन सिंह और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। इस केस की जांच परशुरामपुर के एसएचओ रामेश्वर यादव द्वारा की जा रही है।